कोरिया,छत्तीसगढ़/कोरिया जिले में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक सराहनीय पहल शुरू की गई है। कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी के निर्देश पर जनपद पंचायत सोनहत के अंतर्गत ग्राम लटमा को सिंगल यूज़ प्लास्टिक से मुक्त करने के उद्देश्य से एक व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान की शुरुआत लटमा साप्ताहिक बाजार से की गई है, जो हर सप्ताह भारी मात्रा में प्लास्टिक कचरे का केंद्र बनता था। ग्राम पंचायत लटमा ने इस चुनौती को खुद स्वीकार किया है और स्थानीय जनप्रतिनिधियों, स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) और बिहान योजना के सहयोग से यह मुहिम संचालित की जा रही है। विशेष रूप से महिला स्व-सहायता समूहों की भूमिका इस अभियान में अग्रणी है। ये महिलाएं हर सप्ताह बाजार में जाकर दुकानदारों और ग्राहकों को सिंगल यूज़ प्लास्टिक के दुष्परिणामों से अवगत करा रही हैं और उन्हें पर्यावरण अनुकूल विकल्पों को अपनाने के लिए प्रेरित कर रही हैं।
ग्राम लटमा का साप्ताहिक बाजार क्षेत्र के लगभग 12 गांवों के लोगों के लिए प्रमुख खरीदारी स्थल है, जहां खाने-पीने की चीज़ों से लेकर कपड़े और घरेलू सामान तक की बिक्री होती है। बाजार समापन के बाद औसतन 20 किलोग्राम सिंगल यूज़ प्लास्टिक कचरा एकत्र होता है, जो न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहा था बल्कि पशु जीवन के लिए भी खतरा बन गया था। अब इस स्थिति में सुधार के लिए हर सप्ताह प्लास्टिक के उपयोग को हतोत्साहित किया जा रहा है और जागरूकता अभियान लगातार जारी है। ग्राम पंचायत लटमा के सरपंच श्री सीताराम सोनपाकर ने बताया कि गांव को सिंगल यूज़ प्लास्टिक से मुक्त करना हमारा सामूहिक लक्ष्य है। महिलाओं के सहयोग से प्रत्येक बाजार दिवस पर दुकानदारों से अपील की जा रही है कि वे प्लास्टिक के स्थान पर कपड़े, कागज़ और अन्य वैकल्पिक थैलियों का उपयोग करें। हमारा उद्देश्य है कि गांधी जयंती (2 अक्टूबर) तक ग्राम पंचायत को पूर्ण रूप से प्लास्टिक मुक्त घोषित किया जाए और इसे एक आदर्श गांव के रूप में स्थापित किया जा सके।

