एमसीबी, छत्तीसगढ़! ग्राम पंचायत चैनपुर में आज पोषण माह का समापन समारोह बड़े उत्साह और सहभागिता के साथ मनाया गया। एक माह तक चले इस अभियान ने न केवल माताओं और बच्चों में पोषण के महत्व को उजागर किया, बल्कि पूरे ग्राम को स्वास्थ्य, स्वच्छता और सामाजिक सुधार की दिशा में नई चेतना भी दी । कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के छायाचित्र पर दीप प्रज्वलित कर किया गया। मुख्य अतिथि सरपंच श्रीमती मीना कुमारी ने कहा कि मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य किसी भी समाज की प्रगति का आधार है। उन्होंने उपस्थित माताओं को संतुलित आहार अपनाने और अपने बच्चों के भविष्य के लिए स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने की अपील की।
उपस्थित रहे जनप्रतिनिधि व अधिकारी
समारोह में उपसरपंच मदन, पंच श्रीमती राजकुमारी, श्रीमती बबली सिंह, हीराकली, सेक्टर सुपरवाइजर श्रीमती शिल्पा अग्रवाल और स्वच्छता समन्वयक श्रीमती प्रभा पयासी विशेष रूप से उपस्थित रहीं। इस अवसर पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण महिलाएं भी शामिल हुईं। सेक्टर सुपरवाइजर श्रीमती शिल्पा अग्रवाल ने 17 सितम्बर से 16 अक्टूबर तक चले पोषण माह की गतिविधियों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि इस अवधि में गांव-गांव में जन जागरूकता अभियान, पौष्टिक आहार संबंधी गोष्ठियाँ और विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इसका उद्देश्य महिलाओं और बच्चों में कुपोषण को समाप्त करना और स्वस्थ जीवनशैली को प्रोत्साहित करना रहा।
गोदभराई और अन्नप्राशन ने बढ़ाया उत्साह
समापन अवसर पर 8 गर्भवती माताओं की गोदभराई की गई। इनमें राजकुमारी, पूनम, कमल, अन्नू, सरिता, उर्मिला, सुनैना और पूर्णिमा शामिल थीं। वहीं 4 शिशुवती माताओं – बसंत, प्राची, सुनैना और रानी – के बच्चों का अन्नप्राशन कराया गया। इन अवसरों पर माताओं को बच्चों के भोजन में संतुलित आहार और विशेषकर मुनगा भाजी को नियमित रूप से शामिल करने की सलाह दी गई।
सामाजिक संदेश – बाल विवाह मुक्त पंचायत
कार्यक्रम के दौरान उपस्थित जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने एक स्वर से अपने पंचायत को बाल विवाह मुक्त ग्राम पंचायत बनाने की शपथ ली। यह संकल्प गांव में सामाजिक सुधार और जागरूकता की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है । स्वच्छता समन्वयक श्रीमती प्रभा पयासी ने ग्रामीणों को स्वच्छता को जीवन का हिस्सा बनाने और बेहतर स्वास्थ्य अपनाने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि साफ-सुथरा वातावरण ही स्वस्थ समाज की नींव रखता है।
ग्रामीणों की सक्रिय भागीदारी
कार्यक्रम को सफल बनाने में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, पंचायत प्रतिनिधियों और ग्रामीण महिलाओं की विशेष भूमिका रही। सभी ने सक्रिय भागीदारी से यह संदेश दिया कि सामूहिक प्रयास से ही पोषण और स्वास्थ्य की दिशा में ठोस बदलाव लाया जा सकता है। पोषण माह समापन का यह आयोजन केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि एक सामूहिक संकल्प था। इससे न केवल माताओं और बच्चों में पोषण के महत्व को रेखांकित किया गया, बल्कि स्वच्छता और सामाजिक बुराइयों के खिलाफ भी आवाज बुलंद हुई। चैनपुर पंचायत का यह प्रयास आने वाले समय में पूरे क्षेत्र के लिए प्रेरणा बनेगा।

