बुद्ध्म श्याम (अम्बिकापुर) -: दिनांक -25/09/2022 को दिन पूर्वानेट बेराते -10 बजे अम्बिकापुर के गोंडवाना भवन अजिरमा में प्रथम (वरूक) कोया पुनेम सगा गोटूल मांदी का शुभारंभ मुठवाल बुद्धम श्याम द्वारा किया गया । इस गोटूल का उद्देश्य बच्चों में संपूर्ण विकास करना है। इन बच्चों को गोटूल क्लास में विश्व की प्रथम सभ्यता गोंडवाना से संबंधित सभी सामाजिक संस्कार के साथ साथ भाषा ,एवं लिपी सिखाई जाएगी । एवं साथ साथ बच्चों को मानसिक , शारिरीक ,बौद्धिक विकास के साथ साथ सभी प्रकार के एक्टिविटी इसमें शामिल है। जैसे डांस , गायन, चित्रकला, एक्टिंग , इत्यादि ।
कहा जाता है कि विश्व की सबसे प्राचीन भाषा संभूसेक की डमरू से निकली थी जिसकी धुन को गोंडी धर्मगुरू मुठवापोय रूपोलंग पहांदी पारी कुपार लिंगो ने सुना और सूरों से वर्ण बनाए , और व्यंजन का स्वरूप दिया। ऐसे महान भाषा को सिखाया जा रहा है। आज के गोटूल क्लास में लक्ष्मी सिंह मरावी अजिरमा , रायताड़ गीतांजली मराबी , रायताड़ पायल सिंह सरूता, मानवी सिंह मराबी , रायताड़ ,सरिता मराबी , रायताड़ प्रमिला टेकाम ,बिक्रम मराबी , इत्यादि दाई शामिल थी। सभी ने बहुत अच्छा पहल बताया ।
गोंडी पुनेम सार परोताल गोंडी पोलोता पुटमाल बाहुन आता इदेना मोदमाल पुट्टीता. शंभूसेकता गोयेंदाड़ी ताल पोलो पसीता. गोंडी पुनेम मुठवाल पाड़ी कुपाड़ लिंगोल गोयेंदाड़ीता लेंग, पुंजीकुन गोंडी पोलो दोहतूर।गोएण्दाड़ीताल सूर्कनाल वंजेंग ,लमजांग ,उण्डे कड़ींग दोहची लम्बेज दोहतूर अदेने गोंडवानी पानापारसी पल्लो इंतोड़, गोंडवानीता लम्क लमजांग उण्डे कड़ींग दोहताना नेंगतुन कड़कियान इंतोल गोंडी इद उंदी सयगोर पोलो आंदू। इद गोंडवाना तोड़ गोंडी गण्डकना पोलो आंदू. इद कड़कियान तालगोंडी पोलो वड़केवालकून ओर्कना आवाल पोलोता मुन्सार साधमाल कियाले सायता आयार. बदये चोकसारता मोल अदेना पोलोता नडोमाल कड़े मायता वाड़ी की पोलाए चोकसारता जीवा आयता। गोंडी इद जुन्नाल गोंडवानातोर गोंडी गण्डक्ना पोलो आंदू। इदेना नडोताल ओर्कना चोकसारता मोलकुन पुंजी हंदा पोर्रीताल । इदेन सबयकुन अपो आवाल पोलोता मुन्सार कियाले परेतना कियानूल सादर सेवा जोहार ।।