Monday, August 25, 2025
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प्री वेडिंग सेरेमनी आज फैशन का संगम बना हुआ है : रमेश चंद्र श्याम 

बिलासपुर: विगत 26 मई 2024 को रविवार के दिन, प्री वेडिंग सेरेमनी एक नया फैशन बन चुका है। हाल ही में राष्ट्रश्रेष्ठि के सुपुत्र अनंत अंबानी की प्री वेडिंग सेरेमनी 2.0 मीडिया में छाई हुई है। प्री वेडिंग सेरेमनी 1.0 जामनगर, गुजरात में संपन्न हुई थी, जहां दुनिया भर से आए सेलिब्रिटीज के ठहरने के लिए स्थायी नया नगर बसा दिया गया था। जामनगर गुजरात की एक औद्योगिक नगरी है, जहां देश का सबसे बड़ा तेल शोधक संयंत्र, रिलायंस पेट्रोलियम, स्थित है। यह संयंत्र रिलायंस (अंबानी) ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी है। जामनगर का एक और खासियत यह है कि इस नगर के श्मशान घाट (मुक्तिधाम) अपने सौंदर्य, शांति और सुविधाओं के कारण पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र हैं। अनंत-राधिका की प्री वेडिंग सेरेमनी 2.0 में मेहमानों के लिए इटली से फ्रांस तक लग्जरी क्रूज ‘Celebrity Ascent’ से भ्रमण कराया जा रहा है।

आज बड़े लोगों के देखादेखी आम जन भी उनका अनुसरण करने का यत्न करते हैं। आदिवासी समुदाय भी इससे अछूता नहीं रहा। सगा समाज में भी विवाह से पूर्व अलग से सगाई कार्यक्रम आयोजित करने का प्रचलन प्रारंभ हो गया है।

इसी कड़ी में, एक सगाई कार्यक्रम आदिवासी शक्तिपीठ कोरबा में शामिल होने का अवसर प्राप्त हुआ। 26 मई रविवार को नवापारा लिम्हा में श्री रानारायण टेकाम जी के घर से छट्ठी भात खाकर दोपहर में कोरबा के लिए रवाना हुए। पाली को बायपास कर सुतर्रा पहुंचे। सुतर्रा से कटघोरा को भी बायपास करते हुए सीधे जेंजरा में छुरी-कोरबा रोड को ज्वाइन किया। अस्सी के दशक में कोरबा, बिलासपुर, कटघोरा होते हुए स्कूटर से यात्रा की थी। गांव वही हैं लेकिन रास्ते और बसाहट नए हो गए हैं। चालीस-पैंतालीस वर्षों में खुशहाली के साथ-साथ लोगों के जीवनशैली में भी बदलाव आया है। दर्री में हसदेव बैराज के सामानांतर भारी वाहनों के लिए अलग से सेतु का निर्माण हो गया है। जानकारी के अभाव में अवरोधों को सावधानीपूर्वक पार करते हुए हम बैराज से ही गुजरे। शाम छह बजे शिवाजी नगर, कोरबा पहुंचे।

शक्तिपीठ कोरबा में वर गौरव सिंह सिदार (पिता स्व. त्रिभुवन सिंह सिदार, निवासी ग्राम धनसीर, जिला बिलाईगढ़-सारंगढ़) की प्री वेडिंग सेरेमनी (सगाई) का सपरिवार आमंत्रण था। गौरव सिंह मालखरौदा राज के संरक्षक श्री ननकी राम सिदार जी (निवासी ग्राम संपिया, खरसिया) की बेटी-नाती हैं। श्री ननकी राम जी संपिया के संपन्न परिवार (गौंटिया) से हैं। उनके समधियान धनसीर वाले भी गौंटिया हैं। वर जनपद पंचायत में इंजीनियर हैं।

कन्या मंजूषा पोरते (पिता जनक सिंह पोरते) कोरबा में ही निवास करते हैं। पोरते जी मूलतः ग्राम चारपारा-सिरीपारा (कोटा), जिला बिलासपुर के निवासी हैं। सेवानिवृत्ति पश्चात कोरबा में ही बस गए हैं, इसलिए सौभाग्यशाली और संपन्न हैं। पारंपरिक सगाई से हटकर यह भव्य प्री वेडिंग सेरेमनी थी। लड़के पक्ष से सौ से भी अधिक सम्मानित अतिथि साक्षी रहे। कन्या पक्ष से भी रिश्तेदार और उनके कोरबा के सगा-साथी भी मौजूद थे। सम्मानित सगाजनों में लड़के पक्ष से तारापुर (रायगढ़) के राजा यशवंतराज सिंह, पनझर के दीवान ठाकुर बरनसिंह (जो मेरे ससुराली रिश्ते में आते हैं) प्रमुख रूप से शामिल रहे। डभरा तरफ से भी कई ससुराली रिश्तेदार मिले। शक्तिपीठ और कोरबा के पुराने साथियों से भी भेंट मुलाकात हुई।

आयोजन भव्य और गरिमामय रहा। इस बजट में गरीब परिवार की दो शादियां हो सकती थीं। इस प्री वेडिंग सेरेमनी से प्रगतिशील सोच को मान्यता मिली। क्षेत्रीयता वाद और जातीय विभेद का बेरियर ध्वस्त हुआ। यह शिक्षा से प्राप्त उदात्त विचार और सम्पन्नता से संभव हुआ।

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