एमसीबी, छत्तीसगढ़/ छत्तीसगढ़ रजत जयंती महोत्सव 2025 की श्रृंखला और बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत आज मिडिल स्कूल चनवारीडांड में बालिकाओं के लिए विशेष जागरूकता एवं प्रतियोगिता कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। यह आयोजन कलेक्टर डी. राहुल वेंकट के निर्देशानुसार तथा जिला कार्यक्रम अधिकारी राजकुमार खाती के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। कार्यक्रम का संचालन जिला मिशन समन्वयक श्रीमती तारा कुशवाहा मिशन शक्ति (हब) द्वारा किया गया। आयोजन का प्रमुख उद्देश्य बालिकाओं को साइबर सुरक्षा से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियों से अवगत कराना और उन्हें डिजिटल युग में सुरक्षित बनाए रखने हेतु आवश्यक कौशल और जागरूकता से सशक्त करना रहा।कार्यक्रम के दौरान विशेषज्ञों ने छात्राओं को साइबर सुरक्षा, ऑनलाइन ठगी तथा सोशल मीडिया से संबंधित संभावित खतरों और उनके बचाव के उपायों की विस्तारपूर्वक जानकारी दी। साथ ही उन्हें आपातकालीन सेवाओं जैसे 1098 चाइल्ड हेल्पलाइन, 181 महिला हेल्पलाइन, 112 आपातकालीन सेवा और 1930 साइबर फ्रॉड शिकायत हेल्पलाइन के बारे में भी अवगत कराया गया। बालिकाओं को बताया गया कि इन सेवाओं का उपयोग किसी भी आपात स्थिति में किया जा सकता है और ये नंबर उनके लिए त्वरित एवं प्रभावी सहायता का माध्यम हैं। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण साइबर सुरक्षा पर निबंध प्रतियोगिता रहा। छात्राओं ने इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और अपने विचारों के माध्यम से डिजिटल सुरक्षा के प्रति अपनी समझ और दृष्टिकोण को प्रस्तुत किया। इस प्रतियोगिता ने केवल बालिकाओं की जागरूकता का आकलन किया बल्कि उन्हें और अधिक संवेदनशील और सतर्क भी बनाया। इस पहल ने छात्राओं के आत्मविश्वास को मजबूत किया और साथ ही सुरक्षित एवं जिम्मेदार इंटरनेट उपयोग का स्पष्ट संदेश दिया।
इसके अतिरिक्त कार्यक्रम में जनसंपर्क विभाग की मासिक पत्रिका जनमन का वितरण भी किया गया। इस पत्रिका ने छात्राओं को शासन की विभिन्न योजनाओं, उपलब्धियों और जन कल्याणकारी गतिविधियों से अवगत कराया और उनके ज्ञान में वृद्धि की। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग MCB की पूरी टीम सक्रिय रही। ICPS से संरक्षण अधिकारी सुश्री बिंदिया खलखो, चाइल्ड लाइन से सुपरवाइजर हिमांशु शिवहरे, मिशन शक्ति से श्रीमती अनीता कुमारी साह, सखी वन-स्टॉप सेंटर और साइबर सेल MCB से पुष्कल सिन्हा सहित थाना स्टाफ एवं अन्य अधिकारियों ने कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण सहयोग दिया। उनके मार्गदर्शन और सक्रिय भागीदारी से छात्राओं को सहज और प्रेरणादायी वातावरण में साइबर सुरक्षा से जुड़ी जानकारियां प्राप्त करने का अवसर मिला।
