इंदौर, मध्यप्रदेश/ भारत सरकार की महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती सावित्री ठाकुर ने मध्य प्रदेश के इंदौर जिले के सेठी नगर स्थित एक आंगनवाड़ी केंद्र का दौरा किया। यह दौरा आउटरीच एवं फील्ड निरीक्षण कार्यक्रम के तहत आयोजित किया गया था। इस अवसर पर राष्ट्रीय मीडिया प्रतिनिधिमंडल, मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, स्थानीय प्रशासन के सदस्य एवं एकीकृत बाल विकास सेवा (ICDS) से जुड़े हितधारक भी उपस्थित रहे। दौरे के दौरान श्रीमती ठाकुर ने आंगनवाड़ी केंद्रों में दी जा रही पोषण, स्वास्थ्य और प्रारंभिक शिक्षा से जुड़ी सेवाओं की समीक्षा की। उन्होंने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, लाभार्थियों एवं स्थानीय समुदाय के साथ संवाद कर इन सेवाओं के जमीनी प्रभाव को प्रत्यक्ष रूप से समझा।
राज्य मंत्री ने आंगनवाड़ी प्रणाली में हुए व्यापक बदलावों की सराहना की। उन्होंने बताया कि बुनियादी ढांचे में सुधार, डिजिटल उपकरणों (जैसे पोषण ट्रैकर) की शुरूआत तथा अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं के सशक्तिकरण एवं प्रशिक्षण के कारण आंगनवाड़ी केंद्र आज पहले से कहीं अधिक उत्तरदायी और दक्ष बन चुके हैं। श्रीमती ठाकुर ने इस बात पर विशेष बल दिया कि आंगनवाड़ी केंद्र केवल पोषण सेवा केंद्र नहीं हैं, बल्कि ‘सक्षम आंगनवाड़ी’ की परिकल्पना के तहत ये केंद्र अब प्रारंभिक बचपन की देखभाल और समग्र विकास के लिए एक आधुनिक, जीवंत मंच बनकर उभर रहे हैं। यह परिवर्तन ‘पोषण 2.0’ ढांचे के अंतर्गत संभव हुआ है।
उन्होंने भारत को कुपोषण मुक्त बनाने की दिशा में केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। साथ ही आंगनवाड़ी केंद्रों के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और अंतिम छोर तक सेवाओं की प्रभावी डिलीवरी सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया। राज्य मंत्री ने अंत में कहा कि आंगनवाड़ी केंद्र केवल सेवा वितरण के माध्यम नहीं, बल्कि सामाजिक न्याय के प्रमुख साधन हैं, जो देश की भावी पीढ़ियों के स्वास्थ्य और समुचित विकास की नींव रखते हैं।