मनेंद्रगढ़, भरतपुर, चिरमिरी : भरतपुर विकास खंड में संयुक्त कोरिया में रहते हुए विगत 15 वर्षों से रेत का अवैध कार्य धड़ल्ले से चल रहा है परन्तु बीते 5 वर्षों से छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार है और यहां अवैध रेत का अवैध कारोबार जमकर फला फूल रहा है । यहां सिर्फ एक तरफ ही भी बल्कि जनकपुर के चारों ओर से रेत का अवैध कारोबार को लेकर ग्रामीणों की नाराजगी किसी से छिपी नहीं है। जो अब कांग्रेस को छोड़ अन्य राजनीतिक दलों का प्रमुख चुनावी मुद्दा बनकर उभर चुका है, वहीं रेत माफियाओं की गुडागर्दी भी अब सामने आने लगी है, जमीन का किराया मांगने पर अब रेत माफिया गोली से मारने की धमकी दे रहे है। जब कि पिछले चुनाव में इस विधानसभा में रेत को मुख्य चुनावी मुद्दा काग्रेस ने बनाया जहा जीत भी मिली किन्तु अब उनकी खामोशी ने चिंता बढ़ा दी हैं। दरअसल, भरतपुर सोनहत विधानसभा के भरतपुर मे चाहे वो कोटाडोल का क्षेत्र हो, मांड़ीसरई हो या कंजिया का क्षेत्र हो चारों ओर से अवैध रेत उत्खनन और उसे मप्र यूपी में बेचने का काम जोरों पर चल रहा है। माड़ी सरई क्षेत्र में हरचोका गांव से होकर बहने वाली मवई नदी से अवैध उत्खनन को लेकर कई बार ग्रामीणों ने आंदोलन प्रदर्शन के साथ 10 दिन तक धरना भी दिया था । परन्तु रेत माफिया की राजनीतिक सांठगांठ के आगे किसी की कुछ नहीं चली। मवई नदी और मुख्य मार्ग तक रेत लाने के लिए रेत माफियाओं ने जमीन मालिको से स्टांप पेपर में एग्रीमेट किया, कि उसका वो किराया देगें जब ग्रामीण लोग किराया मांगने लगे तो अब वो मुकर गए है ।