Koytur Times/Raipur : क्या आप जानते है छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से लगे कुछ ही दूरी पर धरसीवा के मोहदी गांव है जहां के ग्रामीणो की रावण महाराज के प्रति अटूट आस्था है, वह पिछले 95 सालों से हर साल दशहरे पर राजा रावेन की सामूहिक पूजा भक्ति कर के गांव की सुख शांति समृद्धि की कामना करते आ रहे है ।

ग्रामीणों की माने तो दशानन उनकी हर मनोकामना भी पूरी करते आ रहे हैं,गांव की ग्रामीणों का कहना है कि पिछले 95 साल पहले गांव के मालगुजा ने राजा रावेन की प्रतिमा स्थापित कराई थी,बन से ग्रामीण अपने इष्ट देव की तरह राजा रावण की दशहरे पर सामूहिक पूजा करते आ रहे हैं, राजा रावण ग्रामीणो की हर मनोकामना पूरी करते है, राजा रावेन के प्रति ग्रामीण महिलाओ की भी अटूट आस्था है जबसे गांव में राजा रावेन की मूर्ति स्थापित हुई तब से आज तक गांव में कोई मुसीबत नहीं आया है ।
गांव के महिलाए कहती है कि जिन महिलाओ को संतान सुख की प्राप्ति नहीं होती वह रावेन रावेन से पूजा भक्ति कर प्रार्थना करती हैं, साथ ही उनके मनोकामना भी पूरी होती है, गांव वालों की हर मनोकामना पूरी होने के कारण यहां दूर दूर से भी राजा रावेन की पूजा करने आते है, जो भी यहां आते हैं राजा रावेन को श्रीफल अर्पित कर पूजा कर मनचाही मनोकामना करते हैं जिसे राजा रावेन पूरी करते हैं। यहां गर्भस्थ महिलाएं भी अपना मन्नत मांगती हैं मन्नत अपने घर परिवार सुख समृद्धि की मनोकामना के साथ ही रावेन राजा की शरण में जाती हैं और वह राजा रावेन की भक्ति कर मन्नत मांगती है ।
ग्रामीण महिलाएं कहती हैं कि राजा रावेन से मन्नत मांगने से हर मनोकामना पूरी होती है जब से व रावेन की मूर्ति स्थापित हुई तब से गांव में कभी कोई संकट नहीं आया हैन कभी किसी ग्रामीण गर्भस्थ महिला को कोई दिक्कत आई यहां गांव के लोग प्रसव भी अपने घर पर ही आसानी से कराते है आजतक कभी भी किसी गर्भस्थ महिला को अस्पताल जाने कि जरूरत नहीं पड़ी है ।
आपको बता दे की यहां पर बड़े बड़े नेता मंत्री भी अपना मंथा टेकते रहे हैं, आप को भी पता होना चाहिए की इस गांव में दिसंबर के आखरी तारीख को मनाते हैं, मोहदी में दशहरा पर्व पर तो ग्रामीण राजा रावेन की सामूहिक पूजा करते ही है साथ ही हर साल दिसंबर के आखरी तारीख को राजा रावेन का जन्मदिवस मनाने का परंपरा है इस दिन ग्रामीण राजा रावेन की प्रतिमा की पूजा भक्ति के साथ ही विशाल भंडारा कर जन्मदिन की खुशियां मनाते हैं ।