- पीएससी में गड़बड़ी पर पूर्व मंत्री कंवर की याचिका, आज होगी बहस
बिलासपुर/ छत्तीसगढ़ पीएससी के चयन में गड़बड़ी को लेकर पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक ननकीराम कंवर ने याचिका लगाई है। इसमें कहा गया है कि, अपात्रों को भी चयनित कर लिया गया है। हाईकोर्ट ने कहा कि चेयरमैन के परिजनों का चयन जरूर अप्रत्याशित है। प्रकरण में आज बुधवार को बहस की जाएगी । इसमें ननकीराम कंवर ने राजभवन में सचिव अमृत खलखो के बेटे और बेटी के डिप्टी कलेक्टर बनने पर सवाल खड़ा किया है, तो पीएससी चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी के दो करीबी रिश्तेदारों के चयन होने को भी गलत माना है। याचिका में कहा गया है कि, पीएससी में जिम्मेदार पद पर बैठे लोगों ने चहेते लोगों को रेवड़ियों की तरह नौकरी बांटी और करोड़ों का भ्रष्टाचार किया गया है। चयनित लोगों में नेताओं, मंत्रियों और अधिकारियों के बेटे-बेटियों और रिश्तेदार शामिल हैं। इन लोगों को डिप्टी कलेक्टर, डीएसपी और दूसरे पद दे दिए गए हैं।
इन 18 लोगों का अभी अंतिम नियुक्ति नहीं हुई है
कल हुई सुनवाई में कंवर के अधिवक्ता संजय कुमार अग्रवाल ने चीफ जस्टिस की डिवीजन बेंच में बताया कि, ऐसे करीब 18 लोग हैं, जिनके चयन को लेकर इस पर बताया गया है । फिलहाल इनकी अंतिम नियुक्ति अभी नहीं हुई है। जिन लोगों के चयन पर सवाल खड़े किये गए हैं, उनमे साहिल और नीतीश दोनों ही टामन सिंह सोनवानी के बेटे और भतीजे हैं। इनके अलावा निशा कोसले, दीपा अजगले, सुनीता जोशी, सुमित ध्रुव, नेहा खलखो, निखिल खलखो, साक्षी ध्रुव, प्रज्ञा नायक, प्रखर नायक, अनन्या अग्रवाल, शशांक गोयल, भूमिका कटियार, खुशबू बिजौरा, स्वर्णिम शुक्ला, राजेंद्र कुमार कौशिक, मीनाक्षी गनवीर के नाम याचिका में शमिल किए गए है।
चीफ जस्टिस ने आगे कहा कि खुद चेयरमैन और सेक्रेटरी के बच्चे चयनित हो गये हैं, यह बात अजीब है। अन्य अफसरों के रिश्तेदारों का चयन होना एक अलग बात है। सीजे ने कहा कि चेयरमैन को पार्टी नहीं बनाया गया। एडवोकेट अग्रवाल ने कहा कि, संवैधानिक पद होने की वजह से इसे शामिल नहीं किया है। कोर्ट ने इसी स्थिति में स्टेटस को लगाने की बात कही, मगर चीफ जस्टिस ने यह भी कहा कि यह बड़ा मसला है इस पर शासन का जवाब भी आना चाहिए।इसके बाद सुनवाई को आज 20 सितम्बर बुधवार के लिए निर्धारित कर दिया गया है ।
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