नई दिल्ली /13 सितंबर 2023 : विश्व ड्यूचेन मस्कुलर डिस्ट्रॉफी दिवस ड्यूचेन मस्कुलर डिस्ट्रॉफी (एक दुर्लभ आनुवांशिक बीमारी) के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रत्येक वर्ष सात सितंबर को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य उन प्रयासों का समर्थन करना है जो शिक्षा, जागरुकता और सामाजिक समावेश के माध्यम से डिस्ट्रोफिनोपैथी वाले लोगों के लिए जीवन की गुणवत्ता में सुधार करना है। ड्यूशेन मस्कुलर डिस्ट्रॉफी नामक एक दुर्लभ आनुवांशिक बीमारी समय के साथ मांसपेशियों को कमजोर बनाती है और पूरे शरीर को प्रभावित कर देती है। पांच हजार लड़कों में से कोई एक इस बीमारी के साथ पैदा होता है। इस बीमारी में सबसे पहले, चलने-फिरने में कठिनाई आती है और फिर शरीर के अन्य भागों पर इसका असर आने लगता है और अंत में, श्वास और हृदयगति भी प्रभावित होते हैं। इस वर्ष विश्व ड्यूशेन मस्कुलर डिस्ट्रॉफी दिवस की थीम है डचेन: ब्रेकिंग बैरियर।
सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग (डीईपीडब्ल्यूडी) देश के दिव्यांगजनों के विकास के सभी एजेंडा की देखरेख करने वाला नोडल विभाग है। इसके बारे में जागरूकता पैदा करने की दृष्टि के साथ ड्यूशेन मस्कुलर डिस्ट्रॉफी से प्रभावित लोगों के बीच 7 सितंबर 2023 को विश्व ड्यूशेन मस्कुलर डिस्ट्रॉफी दिवस मनाया, इससे जुड़े संस्थानों के माध्यम से देश भर में 50 से अधिक स्थानों पर विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए।
विश्व ड्यूशेन मस्कुलर डिस्ट्रॉफी दिवस मनाने के लिए देश भर में- सेमिनार और वेबिनार, जागरूकता कार्यक्रम, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, सहायक उपकरण और उपकरणों का वितरण, फिजिकल स्क्रीनिंग कैंप रैली जैसी कई गतिविधियां आयोजित की गईं।