अम्बिकापुर/ सरगुजा GSU : आदिवासी समुदाय बाहुल्य क्षेत्रों में समाज के दबे कुचले वंचित वर्ग जो संबृद्ध वर्गों से काफी पीछे छुट गए हैं। दरअसल इन क्षेत्रों में अभी भी लाचारी और बेसहायी है, जनता के लिए केंद्र सरकार जो योजनाओं का संचालन करता है। जो इन वर्गों का हक छीनने से कम नहीं है। इस दोहरे जाल में फंसी जो हालिया दौर में शिक्षा का महत्त्व को समझ चुकी है। और अविवेक और दबेपन से हट कर आज आदिवासी समाज के युवा सरकार के सामने शिक्षा व्यवस्था में सुधार करने की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ राज्य के सरहदी क्षेत्र के संभाग आयुक्त के दफ्तर को घेरा और कहा कि 20 दिनों के बाद भी शिक्षा विभाग द्वारा किसी प्रकार से कोई ठोस कदम नहीं उठाया किसका हम विरोध करते हैं। उक्त बातें गोंडवाना स्टुडेंट यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष जितेंद्र सिंह श्याम ने एक आयोजित आंदोलन के माध्यम से स्पष्ट किया। और कहा सरगुजा संभाग के अंतर्गत जिला प्रशासन के अंतर्गत जितने भी विद्यालय संचालित हैं उनमें शिक्षकों की पूर्ति किया जाए। तथा आर्थिक रुप से कमजोर आदिवासी तथा अन्य दुर्बल वर्गों के विद्यार्थियों को छात्रवासों में समुचित व्यवस्था किया जाए। व्यवस्था नहीं होने पर मजबूरन आदिवासी बच्चे किराये में रह रहे है छात्र छात्राओं को छात्रवृति समय पर दिया जाए। इस कार्यक्रम में प्रदेश उपाध्यक्ष जितेंद्र सिंह श्याम, GSU प्रदेश महासचिव तिरुमाल मनोज मरावी जी, जिला अध्यक्ष कोरिया सुनील आयाम, जिला अध्यक्ष सूरजपुर जगत उईके, बलरामपुर जिला जिला अध्यक्ष राजदेव उइके, एमसीबी जिला अध्यक्ष वीर सिंह उईके, सरगुजा जिलाध्यक्ष देवेन्द्र कुमार पेंद्रो सहित हजारों लोगों ने हिस्सा लिया ।