एमसीबी! छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना की रजत जयंती वर्षगांठ पर जिलेभर में उत्साह और उल्लास का अद्भुत नजारा देखने को मिल रहा है। 25वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में आज एमसीबी जिले के जनपद पंचायत सभाकक्ष मनेन्द्रगढ़ में विविध सांस्कृतिक और शैक्षणिक कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। कलेक्टर डी. राहुल वेंकट के निर्देशानुसार एवं जिला शिक्षा अधिकारी आर.पी.मिरे के मार्गदर्शन में संस्कृति विभाग के निर्देशन में आयोजित इस कार्यक्रम की विशेषता रही पुस्तक वाचन अभियान, जिसमें विद्यार्थियों के साथ-साथ पालकों, नव-साक्षरों और समुदाय के लोगों ने बड़ी संख्या में भाग लेकर पढ़ने की संस्कृति को नई गति प्रदान की। नगर निगम चिरमिरी के महापौर नरेश राय के मुख्य आतिथ्य में यह कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। प्राथमिक शालाओं में स्थानीय भाषाओं की कहानियों का वाचन हुआ, वहीं मुस्कान पुस्तकालय से बच्चों ने पुस्तकों का अध्ययन कर ज्ञान का अमूल्य लाभ लिया। प्रत्येक विद्यालय में वाचनालय से चुनी गई पुस्तकों का पठन कराया गया और पढ़ी गई पुस्तकों तथा प्रतिभागियों का विस्तृत रिकॉर्ड भी संकलित किया गया।इस अभियान के दौरान विद्यार्थियों से नवीन पाठ्यपुस्तकों का विशेष रूप से वाचन कराया गया। पुस्तकों के संग्रहण पर संवाद हुआ और एनसीईआरटी द्वारा परिवर्तित पाठ्यपुस्तकों पर भी विस्तार से चर्चा की गई। बच्चों को समझ के साथ अध्ययन करने के लिए प्रेरित किया गया तथा पुस्तक की बातों को आत्मसात करने के महत्व पर बल दिया गया। जिला प्रशासन ने इस पूरे कार्यक्रम को प्रेरणादायक और बुनियादी शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने हेतु अनिवार्य कदम बताया।
इस अवसर पर जिले के जनप्रतिनिधि भी अभियान में शामिल होकर बच्चों और समुदाय का उत्साहवर्धन करते नजर आए। जिला अध्यक्ष चंपा देवी पावले, जिला पंचायत उपाध्यक्ष राजेश साहू, नगर पालिका परिषद मनेंद्रगढ़ की अध्यक्ष श्रीमती प्रतिमा सरजू यादव, नगर पंचायत नई लेदरी अध्यक्ष वीरेन्द्र राणा, नगर पंचायत खोंगापानी अध्यक्ष श्रीमती ललिता रामा यादव, नगर पंचायत झगराखाण्ड अध्यक्ष श्रीमती रीमा यादव एवं नई लेदरी नगर पंचायत उपाध्यक्ष इन्द्रमान पटेल, जिला शिक्षा अधिकारी आर.पी.मीरे, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी गोपाल कृष्ण दुबे सहित अनेक जनप्रतिनिधि और विभिन्न विद्यालयों के बच्चे एवं अध्यापिकाओं ने कार्यक्रम में शामिल होकर वाचन अभियान की सफलता के सहभागी बने।
कार्यक्रम की मुख्य झलक
नवीन पाठ्य पुस्तक का वाचन
विद्यार्थियों ने हाल ही में जारी की गई नई पाठ्यपुस्तकों का वाचन किया और उनकी विशेषताओं पर विचार साझा किए।
पुस्तकों का संग्रहण
शिक्षकों व छात्रों ने घर और विद्यालय में पुस्तकों के नियमित संग्रहण और संरक्षण पर चर्चा की।
एनसीईआरटी के परिवर्तित संस्करण
नई परिवर्तित एनसीईआरटी पुस्तकों के विषय-वस्तु और शिक्षण पद्धति में आए बदलावों पर शिक्षकों ने विशेष प्रकाश डाला।
समझ के साथ अध्ययन
छात्रों को रटने के बजाय समझकर पढ़ने और ज्ञान को व्यवहार में उतारने के लिए प्रेरित किया गया।
आत्मसात करने का महत्व
वक्ताओं ने कहा कि केवल पढ़ना ही नहीं, बल्कि पुस्तक की बातों को जीवन में आत्मसात करना ही वास्तविक शिक्षा है।