खेलो इंडिया से लेकर उच्च शिक्षा तक बेटियों ने देखा उज्ज्वल भविष्य की झलक
एमसीबी! छत्तीसगढ़ रजत जयंती महोत्सव 2025 के अंतर्गत बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना और खेल सप्ताह के तहत जिला प्रशासन द्वारा आज दिनांक 22 अगस्त 2025 को चयनित 10 प्रतिभावान बालिकाओं का शैक्षणिक भ्रमण आयोजित किया गया। इस विशेष भ्रमण का उद्देश्य बेटियों को खेल और शिक्षा के क्षेत्र में नई संभावनाओं से परिचित कराना, उन्हें खेलो इंडिया जैसी राष्ट्रीय स्तर की योजनाओं से जोड़ना और भविष्य में उनके लिए कैरियर के नए आयाम खोलना रहा। इसी कड़ी में प्रतिभागी बालिकाओं को सीजी बेस्ट स्पोर्ट्स अकादमी स्व. बी. आर. यादव खेल अकादमी बेहतराई जिला बिलासपुर तथा सीवी रमन यूनिवर्सिटी, कोटा बिलासपुर का दौरा कराया गया। इस शैक्षणिक भ्रमण के दौरान बालिकाओं ने खेल अकादमी में विभिन्न खेल गतिविधियों का अवलोकन किया, प्रशिक्षण की आधुनिक तकनीकों से परिचित हुईं और खिलाड़ियों के अनुशासन, परिश्रम तथा लगन को नजदीक से देखा। उन्हें यह भी बताया गया कि कैसे खेलो इंडिया योजना के अंतर्गत प्रतिभावान खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई जाती है। सीवी रमन यूनिवर्सिटी में उन्हें उच्च शिक्षा के अवसरों, शोध कार्यों, आधुनिक प्रयोगशालाओं और खेल शिक्षा के साथ-साथ तकनीकी शिक्षा के महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की गई। कार्यक्रम के सफल आयोजन महिला सशक्तिकरण मिशन शक्ति (हब) की जिला मिशन समन्वयक श्रीमती तारा कुशवाहा के द्वारा, खेल एवं युवा कल्याण विभाग, शिक्षा विभाग एमसीबी तथा विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से किया गया। इस अवसर पर सहायक संचालक खेल एवं युवा कल्याण श्री एक्का, खेल अकादमी बेहतराई से श्री रमेश राय और सीवी रमन यूनिवर्सिटी से श्री ब्रह्मेश श्रीवास्तव ने अपनी सक्रिय उपस्थिति दर्ज कराते हुए बालिकाओं को मार्गदर्शन प्रदान किया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के शैक्षणिक भ्रमण बच्चों के आत्मविश्वास को बढ़ाते हैं, उन्हें नई दिशा देते हैं और जीवन के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करते हैं। इस शैक्षणिक भ्रमण ने न केवल बालिकाओं को खेल और शिक्षा के क्षेत्र में नई जानकारी दी बल्कि उन्हें यह अनुभव भी कराया कि अनुशासन, मेहनत और संकल्प से बड़े से बड़े लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। बालिकाओं ने स्वयं भी अपनी प्रतिक्रियाओं में कहा कि इस भ्रमण से उन्हें प्रेरणा मिली है और अब वे खेल और शिक्षा दोनों ही क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने का संकल्प लेकर लौटी हैं।