एमसीबी, छत्तीसगढ़/ कलेक्टर डी. राहुल वेंकट के निर्देशन में अपर कलेक्टर विनायक शर्मा ने 19 अगस्त को भरतपुर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कार्यालय कक्ष में जनदर्शन का आयोजन किया। इस जनदर्शन में जिले के ग्रामीणों और शहरी नागरिकों ने बड़ी संख्या में पहुंचकर अपनी छोटी-बड़ी समस्याओं और शिकायतों को सीधे अपर कलेक्टर के समक्ष रखा। कुल 38 आवेदन प्राप्त हुए जिनमें आवास, भूमि विवाद, सहकारी समिति में गड़बड़ी, मजदूरी, पर्यावरण संरक्षण, नहर निर्माण, फर्जी हस्ताक्षर और बंटवारे से जुड़े मामलों सहित कई महत्वपूर्ण विषय शामिल रहे। जनदर्शन में दुर्गाशंकर मिश्रा, अधिवक्ता सीताराम गुप्ता और आदित्य गुप्ता ने अपने प्रकरण प्रस्तुत किए। ग्राम खाड़ाखोह के नागरिकों ने शिकायत कि एक ही परिवार के कई सदस्यों को पीएम जनमन आवास की स्वीकृति और राशि आहरण की गई है। प्रमोद कंवर निवासी डोम्हरा ने पटानी जलाशय योजना अंतर्गत नहर निर्माण कार्य की जांच की मांग रखी। राहुल अहिरवार निवासी नोढ़िया ने केसीसी (किसान क्रेडिट कार्ड) न बनने की समस्या बताई। रामचंद्र मौर्य निवासी भूमका ने पर्यावरण संरक्षण से जुड़ा मामला प्रस्तुत किया। इसी प्रकार कलावती निवासी डोगरीटोला ने आपसी बंटवारे का मुद्दा उठाया, वहीं धुगुड बसोर निवासी माड़ीसरई ने भूमि पर जबरन कब्जे की शिकायत दर्ज कराई।
डोगरीटोला के मजदूरों ने मजदूरी दिलाए जाने की मांग की। राम वक्स सिंह निवासी कार्री ने बताया कि सहकारी समिति माड़ीसरई के प्रबंधक ने 6000 रुपये की राशि हड़प ली है। समस्त वन अधिकारी समिति निवासी दुधासी ने फर्जी हस्ताक्षर से जुड़े मामले को रखा। पतवाही ग्राम के सरपंच पर फर्जी मास्टर रोल एमआईएस बनाने का आरोप लगाया गया। इन सबके अलावा जमीन नामांतरण, बंटवारा, फौती, आय, जाति, निवास, पेंशन और राशन से संबंधित भी अनेक आवेदन प्राप्त हुए। अपर कलेक्टर विनायक शर्मा ने सभी आवेदनों को गंभीरता से सुनते हुए संबंधित विभागों को स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रत्येक आवेदन का प्राथमिकता के आधार पर शीघ्र निराकरण किया जाए। उन्होंने कहा कि जनदर्शन का उद्देश्य नागरिकों को न्याय दिलाना और उनकी समस्याओं का समाधान करना है।