एमसीबी, छत्तीसगढ़/ जिले की मनेंद्रगढ़ जनपद पंचायत के अमृत सदन सभाकक्ष में जिला पंचायत की सामान्य सभा बैठक का आयोजन किया गया। जो कलेक्टर डी. राहुल वेंकट के निर्देशानुसार एवं जिला पंचायत सीईओ अंकिता सोम शर्मा के मार्गदर्शन में सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता जिला पंचायत अध्यक्ष यशवंती सिंह ने की जबकि उपाध्यक्ष राजेश साहू एवं अन्य जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में जिले की सभी प्रमुख विभागीय योजनाओं, जनहितकारी कार्यक्रमों एवं विकास कार्यों की गहन और व्यापक समीक्षा की गई ।बैठक की शुरुआत स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं से की गई जिसमें मातृ एवं शिशु संरक्षण (एमसीपी) कार्ड की पहली तिमाही के पंजीयन की स्थिति, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, पीपीआईयूसीडी, क्षय रोग और टीवी रोगियों की एक्स-रे सुविधा, स्कूली छात्रों को निःशुल्क चश्मा वितरण, मोतियाबिंद उपचार, सिकलसेल रोग की जांच और उपचार, एनओएचपी डेंटल ओपीडी की उपलब्ध सेवाएं, आयुष्मान कार्ड वितरण और व्यय वंदन योजना की प्रगति की विस्तार से समीक्षा की गई। इसके पश्चात योजना एवं सांख्यिकी विभाग द्वारा विकासखंड मनेंद्रगढ़ और खड़गवां के ग्राम मझौली, जरौंधा एवं नारायणपुर में सांसद निधि से स्वीकृत कार्यों की स्थिति प्रस्तुत की गई साथ ही जिले के तीनों विकासखंडों मनेंद्रगढ़, खड़गवां और भरतपुर में विधायक निधि से अनुशंसित, स्वीकृत एवं अपूर्ण कार्यों की स्थिति की गहन समीक्षा की गई। जिसमें हैंडपंप उत्खनन, शेड निर्माण, नागपुर में 11 केवी बिजली पोल शिफ्टिंग कार्य जैसे कार्यों की समीक्षा की गई। वहीं बैठक में राशन वितरण प्रणाली की स्थिति, जाति एवं निवास प्रमाण पत्र जारी करने में आ रही समस्याएं, भरतपुर क्षेत्र में यूरिया की कमी, सरस्वती स्कूल योजना, भूमिगत ट्रांसफार्मर की आवश्यकता, जर्जर हो चुके विद्यालय भवन, छात्रावासों की खराब स्थिति, क्रीड़ा परिसर के निर्माण एवं उपयोगिता, वन संसाधन प्रबंधन, सामुदायिक दावे एवं सामाजिक विकास कार्यक्रमों की समीक्षा की गई । इसके साथ ही प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत स्वीकृत, अस्वीकृत एवं अपूर्ण कार्यों की प्रगति पर विस्तार से चर्चा की गई। जिसमें नलजल योजना, बहुद्देशीय केंद्र निर्माण, आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति, छात्रावासों का संचालन, पक्के घरों का निर्माण, सड़क निर्माण, विद्युतीकरण, वन धन विकास केंद्र, व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास योजना, तथा मोबाइल टॉवर की स्थापना जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर समीक्षात्मक चर्चा की गई, साथ ही सरगुजा विकास प्राधिकरण अंतर्गत स्वीकृत एवं अपूर्ण कार्यों की गंभीर समीक्षा की गई। इस में बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग की योजनाओं जैसे पोषण ट्रैकर, आंगनबाड़ी संचालन, मातृ व शिशु स्वास्थ्य सेवाएं, किशोरी बालिकाओं हेतु पोषण आहार योजना, एवं महिला सशक्तिकरण की प्रगति को लेकर चर्चा किया गया। वहीं स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जिले में संचालित विद्यालयों की भौतिक स्थिति, छात्र संख्या, अधोसंरचना, शिक्षकों की उपस्थिति, गुणवत्ता शिक्षा की स्थिति, डिजिटल लर्निंग के प्रयास एवं पुस्तक वितरण और स्कूलों में बस्तर सरगुजा की पारम्परिक संस्कृति की एक्टिविटी जैसी योजनाओं को लेकर चर्चा किया गया।

वहीं कृषि विभाग की योजनाओं में खरीफ फसल बीज वितरण, कीट नियंत्रण, जैविक खेती, किसान प्रशिक्षण, सॉयल हेल्थ कार्ड वितरण, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, सिंचाई संसाधनों की उपलब्धता और कृषक पंजीयन की समीक्षा की गई। इसके साथ ही खाद्य विभाग द्वारा राशन कार्ड वितरण, पीडीएस दुकानों की निगरानी, खाद्यान्न वितरण की पारदर्शिता, डोर स्टेप डिलीवरी व्यवस्था की स्थिति, तथा पात्रता पर्चियों की अद्यतन जानकारी दी गई। वहीं विद्युत विभाग द्वारा ग्रामीण व शहरी विद्युतीकरण की प्रगति, ट्रांसफार्मर की मरम्मत व अदला-बदली, विद्युत कटौती की समस्या, मीटर रीडिंग, नवीन कनेक्शन, वसूली अभियान, 11 केवी एवं 33 केवी लाइन की मरम्मत और विस्तार योजना की समीक्षा की गई । इसके अलावा क्रेडा विभाग द्वारा सौर ऊर्जा के तहत चल रही योजनाओं जैसे सोलर स्ट्रीट लाइट, सोलर पंप, सोलर रूफटॉप, सोलर चार्जिंग स्टेशन एवं ऊर्जा साक्षरता अभियान की अद्यतन स्थिति को जिला पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सदस्यों को अवगत कराया गया। इसके अलावा उद्यानिकी विभाग की योजनाओं की समीक्षा की गई। जिसमें फलदार पौधों का रोपण, फेसिंग, वाटर रिचार्जिंग स्ट्रक्चर, विद्युत कनेक्शन की व्यवस्था, स्वतंत्र खरीद अधिकार, पंजीयन एवं खनन शर्तों की जानकारी सहित राष्ट्रीय बागवानी मिशन के अंतर्गत फलों, फूलों और सब्जियों की योजनाएं जैसे कटहल, लौकी, गेंदा, पॉलीहाउस, प्लास्टिक मल्चिंग, ऑर्गेनिक फार्मिंग, वर्मी कम्पोस्ट, मधुमक्खी पालन, ग्राफ्टेड बैगन व टमाटर और राष्ट्रीय बांस मिशन की प्रगति पर गहन विचार विमर्श हुआ ।बैठक के दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष यशवंती सिंह ने कहा कि जिले के सर्वांगीण विकास के लिए सभी विभागों को समन्वय और पारदर्शिता के साथ कार्य करना होगा। उन्होंने अधिकारियों से आग्रह किया कि वे योजनाओं की जमीनी क्रियान्वयन की वास्तविक स्थिति प्रस्तुत करें। ताकि समस्याओं की पहचान कर शीघ्र समाधान सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने विशेष रूप से स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण और महिला कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की बात कही, वहीं जिला पंचायत उपाध्यक्ष राजेश साहू ने अपने वक्तव्य में कहा कि किसी भी विकास कार्यक्रम की सफलता के लिए जनप्रतिनिधियों की सहभागिता और सक्रिय उपस्थिति अनिवार्य है। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि जिला पंचायत एवं जनपद स्तर की किसी भी कार्यक्रम या योजनाओं की प्रस्तुति में जिला पंचायत अध्यक्ष एवं जनप्रतिनिधियों का नाम, भूमिका और विचार स्पष्ट रूप से शामिल किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह न केवल लोकतांत्रिक मर्यादा का विषय है बल्कि जिम्मेदारी और जवाबदेही की भावना को भी मजबूत करता है।
इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य अनीता चौधरी, सुखमंती सिंह, बेला कुंवर आयाम, अनीता सिंह, उदित नारायण सिंह, रामजीत लकड़ा, ममता सिंह, प्रिया सिंह, भरतपुर जनपद पंचायत अध्यक्ष माया प्रताप सिंह, मनेंद्रगढ़ जनपद पंचायत अध्यक्ष जानकी बाई कुसरो, खड़गवां जनपद पंचायत अध्यक्ष श्याम बाई मरकाम, सांसद प्रतिनिधि रामनरेश पटेल, भरतपुर विधायक प्रतिनिधि रवि गुप्ता और मनेंद्रगढ़ विधायक प्रतिनिधि अरुणोदय पाण्डेय सहित सभी विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
