Saturday, July 12, 2025
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बुंदेली में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर शाला प्रवेश उत्सव और समाधान शिविर का भव्य आयोजन हुआ सम्पन्न

हमारा काम सबका, साथ सबका विकास और सबका विश्वास…स्वास्थ्य मंत्री

गुरुजनों से इतिहास, सभ्यता और नैतिक मूल्यों का अध्ययन यथार्थवादी शिक्षा के लिए एक मजबूत आधार प्रदान करता है उसकी जानकारी देने किया अपील

एमसीबी, छत्तीसगढ़/जिले के विकासखंड मनेंद्रगढ़ के ग्राम पंचायत बुंदेली में गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर हायर सेकेंड्री स्कूल बुंदेली के ग्राउंड में संकुल स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव और समाधान शिविर का आयोजन बड़े ही धूमधाम और हर्षाेल्लास के साथ संपन्न हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ शासन के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला पंचायत सदस्य रामजीत लकड़ा ने की। साथ ही जनपद सदस्य सुरेंद्र सिंह मरकाम, सरपंच श्रीमती हेमा रघुनाथ सिंह पोयाम, नगर पंचायत नई लेदरी के अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह राणा, विधायक प्रतिनिधि सरजू यादव, एसडीएम लिंगराज सिदार सहित बंजी और बुंदेली ग्राम पंचायतों के सरपंच-पंच, जनपद सदस्यगण, अन्य जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में ग्रामीणजन भी कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। कार्यक्रम की शुरुआत छत्तीसगढ़ महतारी और मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन से हुई। इसके पश्चात शाला में नवप्रवेशित विद्यार्थियों मिस्टी, उजयंती, शिवम, उमेश, सौम्या, आर्यन तिर्की, राजकुमारी, आशा, आशीष, रामलखन और पूनम देवी का तिलक कर पुष्पवर्षा एवं मिठाई वितरण कर आत्मीय स्वागत किया गया और उन्हें अध्ययन सामग्री, गणवेश व बैग वितरित किए गए।

 

टॉपर छात्र- छात्राओं को पुरस्कार देकर किया गया सम्मानित

वहीं शैक्षणिक सत्र 2024-25 में विभिन्न कक्षाओं में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों कक्षा 5वीं से कु. रीता, मुक्तान सिंह, कुमारी ललिता, कुमारी खुशी, समन सिंह और कुमारी सोनी, कक्षा 8वीं से पूनम देवी, कुमारी सीता और सुषमा, कक्षा 10वीं से कुमारी संजना देवी और विनोद कुमार एवं कक्षा 12वीं से मुस्कान सिंह को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इसके साथ ही आंगनबाड़ी केंद्र में नव प्रवेशी बच्चों का भी स्वागत-सम्मान किया गया।शिविर में जाति प्रमाण पत्र तथा वनाधिकार पट्टा का किया वितरण

 वहीं शाला प्रवेश उत्सव के साथ आयोजित समाधान शिविर में शिक्षा विभाग द्वारा 14 छात्र-छात्राओं को जाति प्रमाण पत्र वितरित किए गए। कक्षा 6वीं में 22 और कक्षा 7वीं में 5 विद्यार्थियों ने नव प्रवेश लिया, जिनका पारंपरिक रूप से स्वागत हुआ। शिविर में वन विभाग द्वारा 34 पात्र हितग्राहियों को वन अधिकार पट्टा भी वितरित किया गया।स्वास्थ्य मंत्री ने अनेक उदाहरणों से गुरु-शिष्य परंपरा को किया रेखांकित

कार्यक्रम में मंत्री जायसवाल ने कहा कि गुरु नहीं तो ज्ञान नहीं, और ज्ञान के बिना मानवता का कोई अस्तित्व नहीं। उन्होंने संत कबीर की अमर वाणी “गुरु गोविंद दोऊ खड़े काके लागू पाय बलिहारी गुरु आपने गोविंद दियो बताए“ का उल्लेख करते हुए गुरु-शिष्य परंपरा की महत्ता बताई और कहा कि आज की युवा पीढ़ी को भारतीय मूल्यों और परंपराओं से जुड़ने को कहा है। उन्होंने ब्रिटिश काल की शिक्षा नीति की आलोचना करते हुए कहा कि लॉर्ड मैकाले की नीतियों ने हमारे महापुरुषों को इतिहास से हटाकर विदेशी आक्रांताओं का महिमामंडन किया। लेकिन आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लागू की गई नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत हमारे गौरवशाली नायकों जैसे चंद्रगुप्त मौर्य, सम्राट अशोक, शिवाजी महाराज, अहिल्याबाई होलकर जैसे महान विभूतियों को शिक्षा के केंद्र में लाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत न केवल शिक्षा के क्षेत्र में बल्कि आत्मनिर्भरता, नवाचार और सांस्कृतिक जागरण की दिशा में नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। मंत्री जायसवाल ने छत्तीसगढ़ के यशस्वी मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की भी भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, जल, महिला सशक्तिकरण, किसानों की आयवृद्धि और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में ऐतिहासिक कार्य हुए हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री महतारी वंदन योजना के अंतर्गत महिलाओं को प्रतिमाह 1000 रुपए की सहायता दी जा रही है, जिससे लाखों महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं। स्वयं सहायता समूहों को ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है और किसानों से 3100 रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी की जा रही है, जो देश में सबसे ऊंची दर है। प्रधानमंत्री आवास योजना के माध्यम से गरीबों को पक्के मकान, नल-जल योजना से शुद्ध पेयजल, और मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लिनिक योजना व आयुष्मान भारत के तहत लाखों लोगों को निःशुल्क इलाज का लाभ मिल रहा है। शिक्षा के क्षेत्र में सरकार द्वारा यूनिफॉर्म, बैग, किताबें और छात्राओं को सरस्वती सायकिल योजना के अंतर्गत साइकिल प्रदान की जा रही हैं। मध्यान्ह भोजन योजना से लाखों बच्चों को प्रतिदिन पौष्टिक भोजन मिल रहा है। मंत्री ने यह भी कहा कि बंजी, बुंदेली और पाराडोल जैसी ग्रामीण सड़कों का कायाकल्प किया गया है और जहां पहले केवल कीचड़ और गड्ढे थे, वहां आज पक्की और सुगम सड़कें हैं। अपने संबोधन के अंत में उन्होंने कहा कि 2005 से पहले के भूमि कब्जाधारियों को पट्टा देने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। उन्होंने सभी ग्रामीणों से आग्रह किया कि वे अपनी मां के नाम से कम से कम एक फलदार पौधा अवश्य लगाएं और ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ के मंत्र को जीवन में अपनाएं। उन्होंने विद्यार्थियों, शिक्षकों, अभिभावकों और समस्त ग्रामीणजनों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ तेज़ी से विकास की नई ऊंचाइयों की ओर अग्रसर है।

गुरु पूर्णिमा के अवसर पर गुरुजनों का साल एवं श्रीफल देकर किया गया सम्मानइस अवसर पर सांस्कृतिक, शैक्षणिक और सामाजिक योगदान के लिए गुरु सम्मान समारोह में नवल दास मानिकपुरी (गायक), श्रीमती अनुसूइया मानिकपुरी (गायिका), शिवनाथ यादव (प्राध्यापक) और डॉ. विनोद पाण्डेय को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में सुश्री बबीता सिंह, आनंद कुमार भगत, शिव दीवान, श्रवण सिंह, जगदीश सिंह, प्रमेश्वर सिंह, पन्नीलाल यादव, जयमंगल सिंह, सरकील यादव, शिव देवगन, मोहन, जयलाल करयाम, उदयभान, जगदीश प्रसाद, मोहन कुर्रे, रामसिंह, बेन सिंह, इंदु पटेल, विनोद गुप्ता, धीरेंद्र विश्वकर्मा और उमेश जायसवाल सहित सभी जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के शिक्षकों द्वारा किया गया एवं आभार प्रदर्शन संस्था प्रमुख द्वारा किया गया।

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