एमसीबी, छत्तीसगढ़/ जिला कलेक्टर डी. राहुल वेंकट की अध्यक्षता में “हिट एंड रन” मामलों को लेकर एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसमें संबंधित विभागों के अधिकारीगण की उपस्थिति रही। बैठक का उद्देश्य जिले में घटित हिट एंड रन दुर्घटनाओं से संबंधित दावों की प्रगति की समीक्षा करना और संबंधित प्रक्रियाओं में आ रही बाधाओं को दूर करना रहा। बैठक में यह जानकारी दी गई कि अब तक कुल 14 प्रकरण शासन को भेजे गए हैं, जिनमें से 7 प्रकरणों को दस्तावेजी त्रुटियों के कारण वापस किया गया है। इनमें आधार विवरण की कमी, दस्तावेजों का सत्यापन न होना तथा अन्य तकनीकी त्रुटियां प्रमुख कारण रहीं। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि सभी लंबित और त्रुटिपूर्ण प्रकरणों को संबंधित एसडीएम के माध्यम से संशोधित कर पुनः प्रेषित किया जाए। इस क्रम में मनेन्द्रगढ़ एसडीएम लिंगराज सिदार को इन दावों की जांच का दायित्व सौंपा गया है। बैठक में पूर्व जिला कोरिया से जुड़े प्रकरणों की भी समीक्षा की गई, जो जिले के विभाजन से पहले के हैं। कलेक्टर ने निर्देश दिया कि ऐसे सभी प्रकरणों को संबंधित दस्तावेजों के साथ कोरिया जिले को अग्रेषित किया जाए तथा एसपी कोरिया से समुचित जानकारी एकत्रित की जाए। इसके अतिरिक्त यह भी स्पष्ट किया गया कि 1 अप्रैल 2022 से पूर्व के प्रकरणों की संख्या और उनकी स्थिति की रिपोर्ट तत्काल मंगाई जाए।कलेक्टर ने इस बात पर भी चिंता जताई कि एसडीएम और एसपी द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों में भिन्नता पाई गई है, जिसे जल्द दूर करना आवश्यक है। दुर्घटनाओं की रोकथाम को लेकर ट्रैफिक और सड़क सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा की गई, जिसमें आरटीओ को निर्देशित किया गया कि वे जिले में स्थित ब्लाइंड स्पॉट, स्पीड ब्रेकर और अन्य संभावित दुर्घटना स्थलों की सूची तैयार कर आवश्यक निर्देश जारी करें। साथ ही आरटीओ से जिले में हुई दुर्घटनाओं की संख्यात्मक जानकारी भी मंगाई गई है ताकि समीक्षा और योजना निर्माण में इसका उपयोग किया जा सके। सभी क्षेत्रों में अस्पतालों एवं बचाव दलों की त्वरित तैनाती हेतु योजना बनाई जा रही है, जिससे दुर्घटना के बाद राहत और उपचार कार्यों में कोई देरी न हो। वहीं, बीमा भुगतान से जुड़े मामलों की समीक्षा के लिए बीमा सचिव को पत्र प्रेषित किया जाएगा, जिसमें यह स्पष्ट करने को कहा गया है कि अब तक कितने दावों का भुगतान हो चुका है, किन दावों का नहीं हुआ है और उसका कारण क्या है। अंत में कलेक्टर ने निर्देश दिए कि हर अनुभाग में संबंधित एसडीएम ही दावों की जांच अधिकारी होंगे और वे अपने क्षेत्र के सभी प्रकरणों की जांच सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है ।
इस बैठक में अपर कलेक्टर विनायक शर्मा, अनिल कुमार सिदार, सहायक पुलिस अधीक्षक संचित मिंज, ऑर्थो वेलफेयर फंड से शकील अहमद, तरून प्रताप सिंह, एसडीएम प्रितेश सिंह राजपूत, विजयेन्द्र सिंह सारथी, लिंगराज सिदार और मिथिलेश यादव उपस्थित थे ।