सुरजपुर/ विगत 23 मार्च रविवार को गोंड महासभा सुरजपुर के तत्वाधान में गोंडवाना भवन रिंग रोड नमदगिरी सुरजपुर में गोंड समाज का बैठक किया गया जिसमें विभिन्न ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा उपरांत निर्णय लिया गया। बैठक में गोंड महासभा के पदाधिकारी,अधिकारी कर्मचारी, समाज सेवक, वरिष्ठ समाज सेवी बुद्धजीवी,जनप्रतिनिधि शामिल रहें।
बैठक में प्रस्तावित विषयों पर चर्चा करते हुए सामाजिक विवादों को लेकर प्राप्त आवेदनों पर विचार करते हुए विवाह विच्छेद, सामाजिक प्रकरण को लेकर वर वधू पक्ष को नोटिस भी जारी किया गया है जिसका निराकरण 29 मार्च 2025 दिन शनिवार को किया जाएगा। साथ ही गोंड समाज की रोटी बेटी लेन देन के संबंध में चर्चा करते हुए गोत्र व्यवस्था टोटम व्यवस्था व सामाजिक संस्कारों का पालन करना अनिवार्य किया गया है। गोंडी संस्कृति,पेन पुरखों की विरासत व परंम्परा को भूल कर अन्य धर्मो संस्कारों की ओर समाज के कुछ लोग अग्रसर हो रहे हैं उस पर चिंता ज़ाहिर किया गया।
गोंड कर्मचारी कल्याण परिषद जिला अध्यक्ष चंद्र विजय सिंह आर्मो जी ने कहा गोंड समाज का सांस्कृतिक विरासत बहुत ऐतिहासिक है समाज सदियों से पेन पुरखों का देव शक्तियों के सुमिरन सेवा पूजन करते आ रहे हैं बैगाओं भुमकाओं के माध्यम गढ़ देवी देवताओं का नार व्यवस्था में कठोरी, खरबोज, करमा, देवठुन, नवाखाई, सरना पूजा पीढ़ी पुजाइ, ज्वारा नवरात्र रूढ़ि प्रथाओं में विद्यमान है, लेक़िन अपनी व्यवस्था को भूलने के कारण दूसरों के बहकावे में आकर बीमारी ठीक करने का लालच देकर अन्य धर्मों की ओर परिवर्तन कर रहें है उस पर रोक लगाना अनिवार्य है नही तो हमारा सांस्कृतिक विरासत व पहचान खत्म हो जाएगा।
गोंडवाना गोंड महासभा सुरजपुर ज़िला अध्यक्ष विजय सिंह मरपच्ची ने कहा पुरखा संस्कृति हमारी विरासत है उसका पालन नही करने के कारण पीढ़ी खत्म हो जा रहा है पांच हज़ार साल पहले हमारे देवगुन गुरु पहांदी पारी कुपार लिंगो जी ने गोत्र व्यवस्था, टोटम व्यवस्था का निर्माण किया। रोटी बेटी की लेन देन में गोत्र व्यवस्था का पालन करते आ रहें है।पुरखा संस्कृति को सामाजिक संस्कारों को आधुनिकता के कारण भूलते जा रहे है। सगोत्रीय विवाह,अंतरजातीय विवाह, पुरखा संस्कृति को अनदेखा करने के कारण उसका दुष्प्रभाव भी बढ़ रहा है सिकल सेल, एनीमिया, अनुवाशिंक बिमारी बहुत तेज़ी से बढ़ रहा है जो समाज का पतन का कारण बनेगा। उसका लाभ उठाकर अन्य धर्मों के लोग बीमारी ठीक करने का लालच देकर कन्वर्ट किया जा रहा है जो चिन्ता का विषय है इस लिए पुरखा संस्कृति ही हमारी विरासत है इसको बचाये रखना हम सबकी जिम्मेदारी है समाज है तो हम है समाज बचेगा तो हम बचेंगे। साथ ही महासभा की सदस्यता के लिए रशीद बुक व सदस्यता फॉर्म वितरण किया गया। 2 एकड़ ज़मीन का भू भाटक राशि 12 लाख रुपये जमा करने के लिए सहयोग राशि देने का अपील किया गया है सगा समाज के अनुमति से अन्य समाज के ज्वलंत विषयों पर चर्चा किया गया।
बैठक में प्रमुख रूप से चंद्र विजय सिंह आर्मो जिला अध्यक्ष गोंड कर्मचारी संघ, बृजमोहन पोया जिला अध्यक्ष सर्व आदिवासी समाज,विजय सिंह मरपच्ची जिला अध्यक्ष गोंड महासभा,अजय सिंह उर्रे अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक संघ प्रदेश सदस्य, विनय पावले ज़िला उपाध्यक्ष गोंड महासभा सुरजपुर, क्षितिज कुमार उइके जिला अध्यक्ष गोंड महासभा युवा प्रभाग सुरजपुर, ज्योतिष सिंह टेकाम ब्लॉक अध्यक्ष प्रेमनगर, रविशंकर टेकाम, शिवमंगल सिंह मरकाम, दिलेश सिंह पोर्ते ब्लॉक अध्यक्ष भैयाथान, सुरेश सिंह उइके,भानु प्रताप पोया युवा प्रभाग अध्यक्ष, ईश्वर सिंह मरावी, संतलाल सिंह उर्रे,पवन सिंह पोया, रामदयाल सिंह मराबी,खेमराज पोर्ते, सुनील सिंह मरापो, आनंद सिंह उइके, भवन सिंह उर्रे,महेंद्र सिंह नेताम, वीरनारायण सिंह टेकाम,जगलाल सिंह,सतवीर सिंह कोरचो,नंद कुमार सिंह,घूरसाय ओर्केरा,गोपाल सिंह पोर्ते, रामशरण सिंह, दिप सिंह सांडिल्य, राम सिंह आयाम,धनेश्वर सिंह टेकाम, आर्मो कवल भान सिंह,देवराम सिंह उइके,शिवप्रसाद सिंह,संजय सिंह, सोमार साय, विष्णु सिंह , रामलाल सिंह, संजय कुमार पोया ब्लॉक अध्यक्ष रामानुजनगर,कुलेश्वर सिंह मराबी, रामबली सिंह,मोहर सिंह,दिनेश कुमार सिंह मोहनपुर,नमेश सिंह, शिव हरि पावले शामिल रहे ।