टाइगर रिजर्व/ उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के कोर क्षेत्र में बसे 51 गांवों के 2,000 परिवारों को विस्थापन की योजना ने सकते में डाल दिया है। राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण द्वारा 591 गांवों को विस्थापित करने की घोषणा के विरोध में सैकड़ों ग्रामीण गांधी मैदान में रैली निकालकर अभ्यारण्य कार्यालय पहुंचे, जहां सुरक्षा के कड़े इंतजामों के कारण उन्हें रोका गया। अभ्यारण्य संघर्ष समिति के नेताओं ने इस विरोध का नेतृत्व किया और प्रशासन को 11 सुझाव और 6 मांगों वाला ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों ने पेसा कानून के तहत सुनवाई और पूर्व में विस्थापित आदिवासियों की दशा का अवलोकन करने की मांग की। प्रशासन ने भरोसा दिया कि ग्रामीणों की सहमति के बिना कोई भी कार्रवाई नहीं होगी।