नई दिल्ली: राष्ट्रीय सुशासन केंद्र (एनसीजीजी) ने श्रीलंका के 39 मिडिल-कैरियर सिविल सेवकों के लिए 5वां क्षमता निर्माण कार्यक्रम आयोजित किया है। यह दो सप्ताह का कार्यक्रम 19 अगस्त, 2024 से 30 अगस्त, 2024 तक चलेगा। इस कार्यक्रम में श्रीलंका के विभिन्न सरकारी विभागों के वरिष्ठ सहायक सचिव, सहायक सचिव, अवर प्रभागीय सचिव, क्षेत्रीय उपायुक्त और निदेशक भाग ले रहे हैं।
कार्यक्रम के तीसरे दिन एनसीजीजी के महानिदेशक और प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग के सचिव श्री वी. श्रीनिवास ने प्रतिभागियों के साथ बातचीत की। उन्होंने भारत में अनुकरणीय शासन मॉडल पर जोर देते हुए, ई-ऑफिस और डिजिटल इंडिया जैसी पहलों की सफलता का उल्लेख किया। उन्होंने यह भी बताया कि कैसे आधार जैसे नवाचारों ने शासन दक्षता को बढ़ाया है। कार्यक्रम में शासन के बदलते प्रतिमान, डिजिटल इंडिया, सेवा का अधिकार, स्वामित्व योजना, और अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर सत्र शामिल हैं। प्रतिभागी वन अनुसंधान संस्थान, जिला प्रशासन, प्रधानमंत्री संग्रहालय और ताजमहल की यात्रा भी करेंगे।
एनसीजीजी ने अब तक श्रीलंका के 174 वरिष्ठ और मिडिल-कैरियर अधिकारियों को प्रशिक्षित किया है और इसने भारत और अन्य देशों के सिविल सेवकों को प्रशिक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस कार्यक्रम का समन्वय एनसीजीजी की टीम द्वारा किया जा रहा है।