कोयतुर टाइम्स/नई दिल्ली: केंद्रीय बिजली मंत्रालय द्वारा बिजली निर्यात नियमों में किए गए संशोधनों से अडानी पावर को बड़ा फायदा मिलने की उम्मीद है। कंपनी ने स्पष्ट किया है कि इन संशोधनों का उनके और बांग्लादेश के बीच हुए बिजली आपूर्ति समझौते पर कोई असर नहीं पड़ेगा। अडानी पावर ने कहा कि वे बांग्लादेश में बिजली आपूर्ति के लिए प्रतिबद्ध हैं, और नए नियमों से मौजूदा कॉन्ट्रैक्ट पर कोई प्रभाव नहीं होगा। अडानी पावर ने यह भी कहा कि सरकार द्वारा किए गए संशोधन भारतीय ग्रिड को जोड़ने में मदद करेंगे, लेकिन बिजली खरीदने की बाध्यता भारत पर नहीं होगी।
केंद्रीय बिजली मंत्रालय ने निर्यात के उद्देश्य से बिजली पैदा करने के लिए कोयले के स्रोतों के विस्तार और पड़ोसी देशों द्वारा भुगतान में चूक के मामलों में उत्पादक कंपनियों को होने वाले नुकसान से बचाने के लिए नियमों में संशोधन किया है।पिछले बीते बुधवार को अडानी पावर के शेयरों में भारी गिरावट देखी गई। सप्ताह के तीसरे कारोबारी दिन कंपनी के शेयर 2.21% टूटकर 673.95 रुपये पर बंद हुए। पिछले 52 हफ्तों में इस शेयर का लो 274.65 रुपये रहा है, जबकि हाई 896.75 रुपये 3 जून 2024 को दर्ज किया गया था ।
अडानी पावर के तिमाही नतीजे भी उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहे। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 55 प्रतिशत से अधिक घटकर 3,913 करोड़ रुपये रहा। पिछले साल की समान तिमाही में यह आंकड़ा 8,759 करोड़ रुपये था। कंपनी की कुल आय भी घटकर 15,474 करोड़ रुपये रह गई, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह 18,109 करोड़ रुपये थी। हालांकि अप्रैल-जून तिमाही में अडानी पावर की बिजली बिक्री सालाना आधार पर 38 प्रतिशत बढ़कर 24.1 अरब यूनिट (बीयू) हो गई। पिछले वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में यह 17.5 अरब यूनिट थी।