सूरजपुर :- गोंडवाना साम्राज्य की महारानी दुर्गावती का जन्म 5 अक्टूबर 1524 को हुआ था। उनकी 498 जयंती महामाई देवीपुर जिला सूरजपुर में बड़े हर्ष उल्लास के साथ मनाया गया । कार्यक्रम प्रारंभ में दुर्गावती के छायाचित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए दीप प्रज्ज्वलित किया गया । कार्यक्रम में अतिथियों ने महारानी दुर्गावती के जीवन गाथा पर प्रकाश डाला । इस बीच सोशल एक्टिविस्ट युवा नेता बीपीएस पोया ने बताया की महारानी दुर्गावती पराक्रम धैर्य साहस वीरता का उत्कृष्ट उदाहरण है उनके जीवन से लोगो को सीखना चाहिए। रानी दुर्गावती के शासनकाल में तालाब ,कुआ, बांध, धर्मशालाए , मजबूत सेना आदि जन कल्याणकारी योजना तथा दासी मंत्री एवं स्वयं के नाम गढ़ किला बनाया गया था। जहां खेती- किसानी, पशु – पक्षी, जीव- जन्तु,अर्थ व्यवस्था ,सामाजिक, सांस्कृतिक ,राजनैतिक, शिक्षा ,स्वास्थय,अनेक कार्य किए गए जिसकी सराहना, गुणगान स्वरूप वर्तमान में गढ़ किला महलों से पता चलता है। गोंडवाना साम्राज्य का गौरवशाली इतिहास रहा है। वर्तमान समय में भारतीय समाज के लोगो को उनकी वीरता साहस दृढ़ता तथा नारी शक्ति का जनमानस में प्रचार प्रसार करना चाहिए। आज समाज में समाजिक कुरुतिया महिलाओं के साथ अन्याय अत्याचार ,जुल्म, शोषण बढ़ता जा रहा है ।माता बहनों को रानी दुर्गावती जैसे साहसी वीरता पराक्रम दिखाना होगा तब जाकर समाज में स्त्री-पुरुष में समानता दिखेगा । कार्यक्रम में एपी सांडिलय उपायुक्त सरगुजा, मोहन सिंह टेकाम, भूलन सिंह मरावी, पीताम्बर सिंह मरावी , शिवभजन पोर्ते,रविशंकर टेकाम,
डॉ. कुसुम सिंह परस्ते, मनमोहन उरेती, करमचंद आयम , मोनू कोरचो, राजेश्वर आयाम, चंद्रविजय आमों , कलवन सिंह पोर्ते,कुमेश्वर पोया अन्य सगा समाज उपस्थित रहे ।