Tuesday, August 26, 2025
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गो.ग.पा. राष्ट्रीय महासचिव श्याम सिंह मरकाम ने छत्तीसगढ़ भूपेश राज्य सरकार को बताया जनजातीय परिवारों को ठगने , और लूटने वाली सरकार

छत्तीसगढ़ :- राज्य में आरक्षण को लेकर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी राष्ट्रीय महासचिव श्याम मरकाम ने बताया कि विगत वर्ष 2011 , 2012  में राज्य में आरक्षण विसंगति को लेकर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी संस्थापक गोंडवाना रत्न दादा हीरा सिंह मरकाम जी द्वारा बहुत बड़ा व्यापक रूप से छत्तीसगढ़ राज्य कि राजधानी रायपुर में आंदोलन किया गया जिसमें पूर्ववर्ती भारतीय जनता पार्टी शासन काल के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के कार्यकाल में दादा मरकाम जी के नेतृत्व में लगभग 50,000 हजार जनजातीय समुदाय आंदोलनकारीयों ने न्याय संगत मांगो को लेकर गिरफ्तारी दिया था और पूर्ववर्तीय सरकार के दमन कार्य नीति से दादा मरकाम को 3 से 4 दिनों तक रायपुर सेंट्रल जेल में बंद किया गया था , जिससे गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के सिपाहियों द्वारा छत्तीसगढ़ मध्यप्रदेश सहित अन्य प्रदेश में जेल भरो आंदोलन किया गया और पूर्व भारतीय जनता पार्टी के रमन सरकार को सभी आंदोलनकारियों कि निःशर्त रिहाई करते हुए, छत्तीसगढ़ राज्य में ,जिसकी जितनी संख्या भारी उतनी उनकी हिस्सेदारी कि न्याय संगत मांग कि आंदोलन से पूर्व सरकार को झुकना पड़ा और यहां के आदिवासियों को 32%का आरक्षण मिला, किंतु वर्तमान कांग्रेस कि भूपेश बघेल सरकार में 27 विधायक आदिवासी आरक्षित सीट से निर्वाचित होकर सदन में पहुंचे हैं फिर भी सरकार कि आदिवासी विरोधी नीति के कारण 58% आरक्षण को लेकर माननीय उच्च न्यायालय द्वारा असंवैधानिक करार दिए जाने के बाद भी आदिवासी कांग्रेस विधायक और भाजपा विधायकों को चुप्पी साधना समझ से परे है साथ ही कांग्रेस और भाजपा कि कथनी और और करनी स्पष्ट है।
      हमारे देश में विभिन्न राज्यों में माननीय उच्चतम न्यायालय के विशेष परिस्थितियों में आरक्षण 50% से ज्यादा दिए जाने का न्याय दृष्टांत के अनुसार दिया गया है, किंतु राज्य में 58% आरक्षण असंवैधानिक है तो ST का आरक्षण कम करके , SC का 4% कि वृद्धि नहीं किया जाना चाहिए इस पर छत्तीसगढ़ राज्य महाधिवक्ता द्वारा माननीय उच्च न्यायालय में तर्क संगत बहस नहीं किया जाना साथ ही राज्य कि जनसंख्या के अनुसार न्यायालय रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं किया जाना छ ग सरकार व महाधिवक्ता कि आदिवासी विरोधी नीति को स्पष्ट दर्शाता है, जिसका गोंडवाना गणतंत्र पार्टी घोर निंदा करता है साथ ही गोंडवाना गणतंत्र पार्टी छत्तीसगढ़ राज्य सरकार कि आदिवासी सरकार विरोधी नीति के खिलाफ राज्य स्तरीय आंदोलन करेगा ।
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