Buddhm shayam Ambikapur/ कन्हैया फिल्म्स क्रिएशन और श्री जानकी स्टूडियो के बैनर तले बनी एजाज सिद्धिकी द्वारा निर्देशित शानदार छत्तीसगढ़ी फिल्म “तोर मया के चिन्हा” इन दिनों सभी नजदीकी सिनेमाघरों में लगी हुई है और दर्शकों का दिल जीत रही है। यह फिल्म 2 फरवरी से सरगुजा संभाग के साथ- साथ लगभग छत्तीसगढ के 20 मल्टीप्लेक्स सिनेमा घरो में धूम मचा रही है। आज इस फिल्म का शानदार पांचवा दिन है। यह फिल्म इसलिए भी खास है क्योंकि कि इस फिल्म में सरगुजा जिले के अम्बिकापुर निवासी बुद्धम श्याम जी प्रमुख खलनायक “गजराज़” की भूमिका में दर्शकों का बहुत प्यार मिल रहा है। उनके हर संवाद में दर्शक ताली बजा रहे हैं। बुद्धम श्याम वैसे तो एक समाजसेवी है जो ट्राइबल समाज में काफी लोकप्रिय हैं। दर्शकों को बुद्धम श्याम जी की “गजराज” की भूमिका बहुत भा रही है। इससे पहले अम्बिकापुर के एक और अभिनेता विनय अम्बष्ट ने भी गजराज की भूमिका से अपने कैरियर की शुरूआत की थी। आज वे अच्छे मुकाम पर हैं। आज दूसरे गजराज के रूप में मां महामाया ने बुद्धम श्याम को आशीर्वाद दिया है। अधिकतर सिनेमाघर हाउसफुल चल रहे हैं। सरगुजा संभाग के सभी जिलों में यह तहलका मचा रही है । सरगुजा संभाग अंबिकापुर में यह फिल्म “बसंत श्री मल्टीप्लेक्स” चिरमिरी में “महाराजा टाकीज” , बैकुंठपुर में “गंगा श्री मल्टीप्लेक्स“ में और वही मनेन्द्रगढ़ में “बिमल श्री सिनेमा हॉल” में धूम मचा रही है। इस फिल्म के निर्माता कन्हैया पटनिहा जी एवंम् सहनिर्माता कुंदन शर्मा जी है।
इस फिल्म में संगीत ओम सर्राफ ने दिया है शानदार गीत लिखे हैं मिलन मलरिहा जी व गुरूमोहन टोडर और शिव मंगल विश्वकर्मा ने छायांकन के साथ ध्वनि आर.पी.सोनी एवं विक्की सोनी का है।
फिल्म में प्रमुख कलाकार इस प्रकार है
इस फिल्म में इन कलाकारों ने अपना जलवा बिखेरा है जैसे-: कन्हैया पटनिहा, पायल दास , रंभा ध्रुव, डाली चौधरी, बरातू पोया ,सूरज मेहर , तारणदास बंजारे, नरेंद्र साहू, बिक्रम लाल साहू, पवन सोनी , अनुपमा सोनी आइटम गर्ल , जगेश्वर तिर्की , निलेश्वरी साहू, दुर्गेश मांझी, एवं सत्य प्रकाश देवांगन जैसे कलाकर है वही इस फिल्म के मेकपमेन जीवन निषाद जी है।
यह फिल्म “तोर मया के चिन्हा” का खास और प्रमुख खलनायक बुद्धम श्याम अम्बिकापुर के दर्री पारा निवासी हैं। यह उनकी पहली प्रमुख लीड भूमिका की फिल्म है जिसे दर्शकों का अपार प्यार और आशीर्वाद मिल रहा है। इससे पहले बुद्धम श्याम जी आलेख चौधरी द्वारा निर्देशित फिल्म “ईश्क मां रिश्क” में चरित्र अभिनेता की भूमिका निभाई थी। श्याम जी फिल्म के साथ साथ रंगमंच के माध्यम से ग्रामीण अंचलों में जाकर ग्रामीण कलाकारों को प्रोत्साहित भी करते हैं और अभिनय, कला से जुड़े लोगों को प्रशिक्षण देते हैं। उनका प्रयास सराहनीय है। श्याम जी गायक भी हैं तथा समय समय पर नाटक भी लिखते है। उनके द्वारा छत्तीसगढ़ के प्रथम स्वतंत्रता सेनानी शहीद वीर नारायण सिंह के ऊपर नाटक लिखा गया है जिसका मंचन दो बार से हो भी चुका है।
फिलहाल श्याम जी अभी शूटिंग में व्यस्त हैं। 2024 में उनकी दो फिल्में और आने वाली हैं। सरगुजा जिले का श्याम जी ने गौरव बढ़ाया है। वही श्याम जी सभी दर्शको से अपील की है की छत्तीसगढ़ी फिल्म “तोर मया के चिन्हा” को एक बार अवश्य देखें साथ ही स्थानीय कलाकारों का हौसला बढ़ाएं और आशीर्वाद प्रदान करें।
यह पहली बार हुआ है कि बतौर बड़े स्टार कास्ट के यह फिल्म एक सप्ताह पूरा करने जा रही है। इसके बाद अम्बिकापुर के एक और नामचीन कलाकार भगवान तिवारी जी की फिल्म गांव के जीरो शहर मां हीरो 9 फरवरी को लगने जा रही है उसे भी एक बार अवश्य देखे जोहार जय छत्तीसगढ़ ।