Wednesday, October 8, 2025
Homeभारतआदिकर्म योगी अभियान अंतर्गत विशेष ग्रामसभा का आयोजन, ग्राम पेंड्री में अनुमोदित...

आदिकर्म योगी अभियान अंतर्गत विशेष ग्रामसभा का आयोजन, ग्राम पेंड्री में अनुमोदित हुआ Village Action Plan 2030

एमसीबी, छत्तीसगढ़! आदि कर्म योगी अभियान के अंतर्गत जिले के चयनित ग्रामों में विशेष ग्राम सभाओं का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में 2 अक्टूबर को ग्राम पेंड्री में विशेष ग्राम सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर Village Action Plan ¼VAP½ 2030 पर विस्तृत चर्चा की गई और ग्रामवासियों की सर्वसम्मति से इसे अनुमोदित किया गया। यह आयोजन स्थानीय विकास की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम साबित हुआ।ग्राम सभा में जिला नोडल अधिकारी एवं सहायक आयुक्त सुश्री अंकिता मरकाम, जनपद सीईओ सुश्री वैशाली सिंह सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। अधिकारियों ने ग्राम सभा की कार्यवाही का अवलोकन करते हुए ग्रामीणों को योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन, पारदर्शिता और सामुदायिक भागीदारी के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि आदि कर्म योगी अभियान के माध्यम से ग्राम स्तर पर सहभागी शासन व्यवस्था स्थापित होगी, जिसमें प्रत्येक नागरिक की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।ग्रामवासियों ने भी पूरे उत्साह के साथ बैठक में भाग लिया और अपने क्षेत्र की प्राथमिक आवश्यकताओं पर खुलकर चर्चा की। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, सड़क, आजीविका, महिला सशक्तिकरण तथा पर्यावरण संरक्षण जैसे मुद्दों पर अपने सुझाव प्रस्तुत किए। अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि इन सुझावों को Village Action Plan 2030 में प्राथमिकता दी जाएगी । अधिकारियों ने बताया कि VAP 2030 के माध्यम से ग्रामों का समग्र एवं सतत विकास सुनिश्चित किया जाएगा। इस पहल से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसरों का विस्तार होगा। यह योजना न केवल विकास की रूपरेखा तैयार करती है बल्कि प्रत्येक ग्राम को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ठोस मार्ग भी प्रशस्त करती है।

मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के 151 ग्रामों का चयन इस अभियान के अंतर्गत किया गया है। यहाँ जनजातीय समुदायों को सशक्त बनाने और जिम्मेदार शासन व्यवस्था को धरातल तक पहुँचाने का प्रयास किया जा रहा है। 2 अक्टूबर को विशेष ग्रामसभा द्वारा ‘जनजातीय ग्राम विजन 2030’ को औपचारिक रूप से अपनाना वास्तव में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर है। यह सहभागी दृष्टिकोण न केवल जवाबदेही और पारदर्शिता को बढ़ावा देता है, बल्कि स्थानीय नेतृत्व और सामुदायिक स्वामित्व को भी सशक्त करता है। इससे प्रत्येक ग्राम का विकास पथ राष्ट्रीय प्राथमिकताओं और सतत विकास लक्ष्यों के अनुरूप आगे बढ़ सकेगा।

RELATED ARTICLES

विज्ञापन

- Advertisment -

देश

Recent Comments