सारंगढ़ बिलाईगढ़! कलेक्टर डॉ. संजय कन्नौजे ने कलेक्टोरेट सभाकक्ष में पशुपालन, मछली पालन और उद्यानिकी विभाग का संयुक्त समीक्षा बैठक किया। पशुधन विकास विभाग में राष्ट्रीय कृत्रिम गर्भाधान के तहत जिले में 6138 कृत्रिम गर्भाधान हुआ है, उसमें से 1751 को भारत पशुधन पोर्टल में एन्ट्री किया है। कलेक्टर ने वेटनरी डॉक्टरों पर नाराजगी व्यक्त कर शीघ्रता से ज्यादा से ज्यादा मात्रा में कृत्रिम गर्भाधान (एआई) करने के निर्देश दिए ताकि हितग्राहियों को अधिक मात्रा में दूध और उच्च नस्ल के गोवंश प्राप्त हो। उप संचालक पशुधन डॉ. महेन्द्र पांडेय द्वारा कृत्रिम गर्भाधान को बढ़ाने हेतु कंटेनर की मांग किए जाने पर कलेक्टर ने खनिज न्यास मद से प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। जिले के 3 ब्लॉकों में हेल्पलाइन 1962 मोबाइल वेटनरी यूनिट संचालित है, इसका कलेक्टर डॉ. संजय ने पर्याप्त प्रचार प्रसार करने, पशुओं के उपचार, बधियाकरण, टीकाकरण, कृत्रिम गर्भाधान को बढ़ाने के निर्देश दिए। इसके साथ साथ सभी पशु चिकित्सकों को केसीसी प्रकरण बनाने व मैदानी इलाकों के पशुपालकों के सतत् संपर्क में रहकर अधिक संख्या में फील्ड दौरा करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर डॉ. कन्नौजे ने उद्यानिकी विभाग का समीक्षा कर कहा कि धान के बदले अन्य उद्यानिकी फसलों को बढ़ावा देने हेतु निर्देश दिए। जिले में डोंगरीपाली क्षेत्र में पाम ऑयल की खेती तथा सरसींवा भटगांव के आसपास बैगन, बरमकेला क्षेत्र में मिर्ची और मक्का के उद्यानिकी फसल उत्पादन करने वाले किसानों से मिलकर उसका रकबा बढ़ाने के निर्देश दिए।
कलेक्टर डॉ. संजय ने मछली पालन विभाग के कार्यों का समीक्षा कर कहा कि एक शासकीय हेचरी छिन्द में स्पान, स्टेफ्राई सहित अन्य मछली किस्म को बढ़ाने तथा तालाबों के पट्टे की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने पशुपालन, उद्यानिकी और मछलीपालन के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे स्वसहायता समूह की महिलाओं को योजना में जोड़ें और उनके आजीविका का साधन दिलाकर उन्हें लखपति दीदी बनाएं। इस बैठक में जिला पंचायत सीईओ इन्द्रजीत बर्मन, पशुपालन विभाग के डॉक्टरगण, उद्यानिकी और मछलीपालन विभाग के मैदानी अधिकारी उपस्थित थे।