एमसीबी, छत्तीसगढ़/ कलेक्टर डी. राहुल वेंकट के निर्देशानुसार शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने और बच्चों की शैक्षिक गुणवत्ता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से भरतपुर विकासखंड शिक्षा अधिकारी मो. इस्माइल खान ने विगत 19 अगस्त 2025 को क्षेत्र की शालाओं का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने प्राथमिक शाला पड़ौली एवं माध्यमिक शाला जनुआ का भ्रमण कर शिक्षण-अध्यापन की स्थिति का आकलन किया। निरीक्षण के दौरान बीईओ ने बच्चों से सीधे संवाद कर उनकी शैक्षिक गुणवत्ता और सीखने की क्षमता की परख की। उन्होंने शिक्षकों को निर्देशित किया कि वे कक्षा-कक्षों में गतिविधि आधारित शिक्षण को प्राथमिकता दें तथा बच्चों की समझ बढ़ाने के लिए टीएलएम (शैक्षिक सामग्री) का प्रभावी उपयोग करें। शैक्षिक रूप से कमजोर बच्चों के संदर्भ में उन्होंने कहा कि ऐसे विद्यार्थियों के लिए विशेष उपचारात्मक शिक्षण (Remedial Teaching) की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, ताकि कोई भी बच्चा पीछे न छूटे। उन्होंने सभी शिक्षकों को यह भी बताया कि बच्चों के सीखने के स्तर को बढ़ाने हेतु निरंतर प्रयासरत रहे और सकारात्मक वातावरण बनाए। इसके साथ ही बीईओ ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय द्वारा संचालित “मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान” के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने स्कूल प्रबंधन समिति (SMC) के सदस्यों, स्थानीय जनप्रतिनिधियों और पालकों के बीच इस अभियान का व्यापक प्रचार-प्रसार करने पर जोर दिया, ताकि अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी से शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हो सके। उन्होंने बताया कि शिक्षा गुणवत्ता अभियान केवल सरकारी प्रयास नहीं है, बल्कि इसमें समाज की सहभागिता भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। सामूहिक सहयोग से ही बच्चों के लिए बेहतर सीखने का वातावरण तैयार किया जा सकता है।