नई दिल्ली/ सीएसआईआर-राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला (एनपीएल), नई दिल्ली में 11 और 12 अगस्त को दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन “मापिकी 2025” का सफल आयोजन किया गया। सम्मेलन का विषय था “सभी समय के लिए माप, सभी लोगों के लिए मापन” जिसका उद्देश्य देश में मेट्रोलॉजिकल ट्रेसेबिलिटी श्रृंखला को सुदृढ़ करना, मेट्रोलॉजी क्षेत्र में नवाचार, विकास और चुनौतियों पर चर्चा करना तथा आर्थिक व सामाजिक प्रगति में इसके योगदान को रेखांकित करना था। कार्यक्रम में सीएसआईआर-एनपीएल के भौतिक-यांत्रिक मेट्रोलॉजी प्रभाग की अंशांकन व परीक्षण गतिविधियों पर एक फ्लायर जारी किया गया।
मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय विनिर्माण प्रौद्योगिकी संस्थान (सीएमटीआई) बेंगलुरु के निदेशक डॉ. नागहनुमैया और विशिष्ट अतिथि के रूप में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) के सदस्य (तकनीकी) डॉ. एस.डी. अत्री उपस्थित रहे। सम्मेलन के दौरान पोस्टर सत्र का आयोजन हुआ, जिसमें शोधार्थियों, वैज्ञानिकों, तकनीकी अधिकारियों और पीएचडी छात्रों ने 44 पोस्टर प्रस्तुत किए, जिनमें से सर्वश्रेष्ठ को पुरस्कृत किया गया।
इस अवसर पर सीएसआईआर-एनपीएल ने उद्योग जगत को तकनीकी अनुप्रयोग हेतु सामग्रियों की पुनर्प्राप्ति के लिए धातु/पॉलिमर लैमिनेट-आधारित एमएलपी पुनर्चक्रण तकनीक का हस्तांतरण भी किया। समापन समारोह में सीएसआईआर-एनपीएल के निदेशक प्रोफेसर वेणुगोपाल अचंता ने राष्ट्रीय मापन मानकों के विकास में मेट्रोलॉजी की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालते हुए वैज्ञानिकों को स्वदेशी मापन मानकों के विकास के लिए प्रेरित किया ।

