एमसीबी, छत्तीसगढ़/ जिले के भरतपुर विकासखंड के ग्राम जुईली में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा पेयजल स्रोतों की शुद्धता और मरम्मत को लेकर एक महत्वपूर्ण पहल की गई। गांव में स्थित स्कूल परिसर के हैंडपंप में पिछले कुछ समय से गंदे पानी की शिकायतें मिल रही थीं, जिस पर त्वरित संज्ञान लेते हुए विभागीय तकनीकी टीम ने मौके पर पहुंचकर हैंडपंप की मरम्मत एवं जल स्रोत का क्लोरीनेशन कार्य सफलतापूर्वक पूर्ण किया।
मरम्मत कार्य के तहत तकनीकी खराबियों को दूर किया गया और जल को कीटाणु रहित बनाने के लिए क्लोरीन मिश्रण के माध्यम से शुद्धीकरण किया गया। इस पहल से न केवल विद्यालय परिसर में अध्ययनरत बच्चों को स्वच्छ जल सुलभ हुआ, बल्कि समस्त ग्रामीणों को भी शुद्ध और सुरक्षित पेयजल प्राप्त होने लगा है। कार्य के दौरान विभागीय कर्मचारियों के साथ स्थानीय ग्रामीणों की उपस्थिति एवं सक्रिय सहयोग सराहनीय रहा। विभाग के अधिकारियों ने इस अवसर पर बच्चों और ग्रामीणों को स्वच्छ जल के महत्व, जल जनित बीमारियों से बचाव और व्यक्तिगत स्वच्छता के विषय में भी जानकारी दी। उन्होंने यह भी आश्वस्त किया कि भविष्य में भी गांवों में इस प्रकार के नियमित निरीक्षण और सुधार कार्य जारी रहेंगे, ताकि प्रत्येक नागरिक को गुणवत्तापूर्ण पेयजल उपलब्ध हो सके। ग्रामवासियों ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की इस पहल की खुले दिल से सराहना की और कहा कि यह प्रयास ग्रामीणों के स्वास्थ्य, स्वच्छता और जीवन स्तर में सकारात्मक बदलाव लाएगा। बच्चों ने भी स्वच्छ जल का महत्व समझते हुए इसे अपने जीवन में अपनाने का संकल्प लिया।

