नई दिल्ली: विगत 11 अप्रैल 2025 की देर रात राजस्व आसूचना निदेशालय (DRI) ने मिजोरम की राजधानी आइजोल के बाहरी इलाके में एक अहम कार्रवाई करते हुए 12-पहिया ट्रक से 52.67 किलोग्राम मेथामफेटामाइन टैबलेट जब्त की। अंतरराष्ट्रीय दवा बाजार में इसकी अनुमानित कीमत 52.67 करोड़ रुपये बताई जा रही है। इस अभियान के दौरान तस्करी का एक नया तरीका सामने आया। ट्रक के तिरपाल कवर के भीतर ईंट के आकार के 53 पैकेट सावधानीपूर्वक छिपाए गए थे। इन पैकेट्स पर “3030 EXPORT ONLY”, “999” जैसे शब्द और हीरे के चिह्न अंकित थे। पैकेट्स में नारंगी-गुलाबी रंग की गोलियां थीं, जिन्हें एनडीपीएस फील्ड टेस्ट किट से जांचने पर मेथामफेटामाइन पाया गया।
यह ट्रक नागालैंड में पंजीकृत था और भारत-म्यांमार सीमा के पास स्थित संवेदनशील सीमावर्ती शहर ज़ोखावथर से आकर त्रिपुरा की ओर जा रहा था। डीआरआई ने मिजोरम से बाहर निकलने से पहले ही ट्रक को रोक लिया। उल्लेखनीय है कि जब ट्रक को पकड़ा गया, उस समय उसमें कोई घोषित माल नहीं था। इससे पहले यह ट्रक मेघालय से सीमेंट लेकर मिजोरम के चंपई पहुंचा था और वहीं से ज़ोखावथर जाकर प्रतिबंधित माल लोड किया गया था। ट्रक के चालक और उसके सहायक को नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटेंस (NDPS) अधिनियम, 1985 के तहत गिरफ्तार किया गया है। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि ये नशीली गोलियां म्यांमार से ज़ोखावथर सेक्टर के ज़रिए भारत में तस्करी कर लाईं गई थीं।