जिवती, महाराष्ट्र: तालुका के कोठापरमडोली स्थित आदिवासी समाज की आराध्य देवी रायताड जंगोदेवी के देवस्थान परिसर के विकास के लिए निधि उपलब्ध कराने की मांग गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने की है। इस संबंध में पार्टी की ओर से पूर्व मंत्री एवं विधायक सुधीर मुनगंटीवार और राजुरा विधानसभा क्षेत्र के विधायक देवराव भोंगळे को एक ज्ञापन सौंपा गया।
रायताड जंगोदेवी मंदिर को सरकार ने “क” श्रेणी तीर्थ स्थल के रूप में घोषित किया है। यहां हर वर्ष पौष माह में एक महीने तक भव्य मेले का आयोजन होता है, जिसमें महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और कर्नाटक सहित विभिन्न राज्यों से श्रद्धालु आते हैं। मेले के दौरान लगभग 50,000 भक्त दर्शन करने पहुंचते हैं। इसके अलावा, अक्टूबर महीने में तीन दिवसीय पारंपरिक दशहरा महोत्सव भी मनाया जाता है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु पूजा-अर्चना के लिए आते हैं।
हालांकि, मंदिर परिसर में आवश्यक सुविधाओं का अभाव होने के कारण श्रद्धालुओं को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इसी को ध्यान में रखते हुए गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने मंदिर क्षेत्र में सुरक्षा दीवार, गट्टू (बैठने की सुविधा), शौचालय, श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए भक्त निवास और अन्य विकास कार्यों के लिए निधि स्वीकृत करने की मांग की है। इस संबंध में विधायक सुधीर मुनगंटीवार और विधायक देवराव भोंगळे ने सकारात्मक रुख अपनाते हुए रायताड जंगोदेवी देवस्थान के विकास के लिए विस्तृत योजना तैयार कर शीघ्र निधि उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर राजुरा विधानसभा क्षेत्र के विधायक देवराव भोंगळे, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के नेता गजानन पाटिल जुमनाके, पूर्व जिला अध्यक्ष बापुराव मडावी, पूर्व सभापति भीमराव मेश्राम, जिवती तालुका अध्यक्ष हनुमंत कुमरे, युवा सामाजिक कार्यकर्ता अनिल आडे और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के कई पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।