मध्यप्रदेश/ वीरों की भूमि बुंदेलखंड के खजुराहो में आयोजित विशाल जनसभा में प्रधानमंत्री ने देश और मध्यप्रदेश को कई नई सौगातें दीं। इस अवसर पर उन्होंने केन-बेतवा लिंक प्रोजेक्ट के तहत दौधन बांध का शिलान्यास किया और मध्यप्रदेश के पहले फ्लोटिंग सोलर प्लांट का उद्घाटन किया। इसके साथ ही मध्यप्रदेश में 1100 से अधिक अटल ग्राम सेवा सदनों की शुरुआत भी की गई। प्रधानमंत्री ने श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म जयंती पर उन्हें नमन करते हुए उनके सुशासन के विचारों को याद किया। उन्होंने कहा कि अटल जी की योजनाओं ने देश को विकास की नई दिशा दी और आज उनकी प्रेरणा से ही भाजपा सरकार सुशासन के मंत्र पर कार्य कर रही है।
प्रधानमंत्री ने बुंदेलखंड के लोगों के जल संकट को खत्म करने की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि केन-बेतवा परियोजना बुंदेलखंड की तकदीर बदलने का काम करेगी। इस परियोजना से मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश के 14 जिलों के लाखों किसानों को सिंचाई की सुविधा मिलेगी।उन्होंने कांग्रेस सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि अतीत में पानी के स्थायी समाधान के लिए कभी गंभीर प्रयास नहीं किए गए। बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के जल संसाधनों से जुड़े विजन को भी भुला दिया गया। भाजपा सरकार ने इन सभी योजनाओं को फिर से गति दी और नदियों को जोड़ने का काम तेज किया। पर्यटन के क्षेत्र में मध्यप्रदेश को मिली सफलता पर उन्होंने खुशी व्यक्त की और कहा कि राज्य दुनिया के 10 सबसे आकर्षक टूरिस्ट डेस्टिनेशन्स में शामिल हुआ है। खजुराहो को जी-20 बैठकों के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने का काम किया गया है।
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर किसानों और लाडली बहनों को सशक्त बनाने वाली योजनाओं का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की सुशासन नीति का लक्ष्य हर व्यक्ति तक सरकारी योजनाओं का लाभ पारदर्शिता के साथ पहुंचाना है। उन्होंने डबल इंजन सरकार के तहत मध्यप्रदेश को देश की शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में लाने का वादा किया और कहा कि बुंदेलखंड की भूमिका इसमें अहम होगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि जल संकट से निजात दिलाने के लिए सरकार ईमानदारी से प्रयास करती रहेगी। कार्यक्रम के अंत में उन्होंने जनता को विकास और सुशासन के अपने संकल्प के प्रति आश्वस्त किया और जनता से आशीर्वाद मांगते हुए अपने संबोधन का समापन किया।