लद्दाख/ भारत और चीन के सैनिकों ने दिवाली के अवसर पर मिठाइयों का आदान-प्रदान किया, जो दोनों देशों के बीच पारंपरिक सद्भावना को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह आदान-प्रदान वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के कई प्रमुख बिंदुओं पर हुआ, जिसमें पूर्वी लद्दाख के डेमचोक और देपसांग मैदानों के क्षेत्र भी शामिल हैं।
सेना के सूत्रों के अनुसार, यह परंपरा ऐसे समय में निभाई गई है जब दोनों देशों के बीच सीमा पर तनाव का दौर धीरे-धीरे कम हो रहा है। दिवाली से ठीक एक दिन पहले दोनों देशों ने पूर्वी लद्दाख के कुछ टकराव बिंदुओं से सैनिकों की वापसी पूरी की थी, जो द्विपक्षीय संबंधों में सकारात्मक बदलाव का संकेत देता है। इन क्षेत्रों में सैनिकों की वापसी ने सीमा पर शांति बहाल करने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और दोनों देशों के बीच बेहतर संवाद स्थापित करने की संभावना को बढ़ावा दिया है। सेना अधिकारियों के मुताबिक सीमा पर मिठाइयों का यह आदान-प्रदान न केवल दिवाली जैसे पर्व की खुशियों को साझा करने का माध्यम बना बल्कि इससे भारत-चीन संबंधों में भी सकारात्मकता आई है। दोनों पक्षों ने इसे एक शुभ संकेत माना है और इसे द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा है।