Monday, August 25, 2025
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दो पीढ़ियों का सपना हुआ साकार – योजना से बैगा परिवार के आवास ने लिया आकार

एमसीबी/ छत्तीसगढ़ के एमसीबी जिले के भरतपुर विकासखंड के वनांचल क्षेत्र में स्थित लाखनटोला गांव में रहने वाले 76 वर्षीय रामबाई बैगा और उनके 80 वर्षीय पति शिवप्रसाद बैगा का जीवन अभाव और आर्थिक तंगी के चलते बहुत कठिनाइयों से गुजरा। जंगल और पहाड़ियों से घिरे इस इलाके में जीवन जीना स्वयं में एक चुनौती रहा है। रामबाई और उनके पति ने अपनी पूरी जिंदगी मेहनत मजदूरी और खेती-किसानी करके गुजारी, लेकिन एक पक्के मकान का सपना हमेशा अधूरा ही रहा। सालों से कच्चे मकान में रहकर मौसम की मार और अन्य कठिनाइयों का सामना करने वाले इस दंपति के जीवन में पीएम जनमन आवास योजना ने एक नई रोशनी की किरण जगाई। इस योजना के तहत उन्हें उनके सपनों का पक्का मकान मिला, जो उनके लिए एक बहुत बड़ी राहत है। यह मकान न केवल उनकी जिंदगी को सुरक्षित और स्थिर बनाने में मददगार साबित हुआ, बल्कि इससे उनके परिवार का भविष्य भी सुरक्षित हो गया।

जीवन भर का संघर्ष और राहत की किरण:-

रामबाई बैगा ने बताया कि उन्होंने और उनके पति ने कभी सोचा भी नहीं था कि वे अपने जीवन में एक पक्का मकान बना पाऐंगे। उनके पास इतने संसाधन नहीं थे कि वे खुद अपने दम पर यह सपना पूरा कर सकें। उनकी पूरी जिंदगी खेती और मजदूरी करते हुए गुजर गई। परिवार की आर्थिक स्थिति ऐसी थी कि एक-एक पैसे की बचत करना भी मुश्किल हो रहा था। लेकिन, पीएम जनमन आवास योजना ने उनकी यह चिंता दूर कर दी। इस योजना के माध्यम से उन्हें न केवल एक सुरक्षित छत मिली, बल्कि उनका संघर्षपूर्ण जीवन अब सुकून भरा हो गया है। रामबाई बैगा ने खुशी जाहिर करते हुए कहा, “हमारा परिवार सालों से एक पक्के मकान का सपना देख रहा था। पीएम जनमन आवास योजना ने हमारे दो पीढ़ियों के सपने को पूरा किया है। अब हम अपने बुढ़ापे में एक सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन जी रहे हैं।“

बहू का परिवार भी हुआ लाभान्वित:-

रामबाई बैगा की बहू, बब्बी बाई बैगा, जो अपने पति बृजमोहन बैगा और बच्चों के साथ अलग घर में रहती हैं, को भी इस योजना का लाभ मिला है। बब्बी और उनके पति अपनी आजीविका खेती-किसानी से चलाते हैं, और उनके पास भी इतना पैसा नहीं था कि वे पक्का मकान बना सकें। लेकिन इस योजना ने उनकी भी स्थिति बदल दी। बब्बी बाई बैगा ने बताया कि योजना से उन्हें पक्का मकान मिला, जिससे उनका जीवन सुरक्षित और स्थिर हो गया है। अब वे अपने दो बच्चों के साथ एक सुरक्षित छत के नीचे जीवन यापन रहे हैं। बब्बी बाई ने कहा “हमारे जैसे गरीब परिवारों के लिए यह योजना किसी वरदान से कम नहीं है। अब हमें बारिश, ठंड और गर्मी से डरने की जरूरत नहीं है। हमारे बच्चे भी अब सुरक्षित एवं बेहतर वातावरण में बड़े हो रहे हैं।

योजना ने बदला जीवन, भविष्य के लिए उम्मीदें:- 

प्रधानमंत्री जनमन आवास योजना ने केवल मकान देने का कार्य नहीं किया, बल्कि उन परिवारों को भी आत्मसम्मान और सुरक्षा का एहसास दिलाया है, जो बरसों से अभावों में जीवन बिता रहे थे। रामबाई बैगा और बब्बी बाई बैगा दोनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का धन्यवाद करते हुए कहा कि इस योजना ने उनकी जिंदगी में एक नया मोड़ ला दिया है। उनके लिए अब एक सुरक्षित और स्थिर जीवन की एक नई शुरुआत हो चुकी है।

इस योजना से केवल एक मकान ही नहीं मिला, बल्कि इन परिवारों को समाज में सम्मान और सुरक्षा का भी अनुभव हुआ है। यह योजना उन गरीब और आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों के जीवन में उजाला लाने का काम कर रही है, जो सदियों से अभाव और संघर्ष में जी रहे थे। रामबाई बैगा का कहना है कि अब उनके बच्चों और पोते-पोतियों को संघर्ष का सामना नहीं करना पड़ेगा। उनके पास अब वह साधन और संसाधन हैं, जिससे वे एक बेहतर जीवन जी सकते हैं।

समुदाय के लिए एक प्रेरणा:- 

रामबाई बैगा और बब्बी बाई बैगा का यह अनुभव गांव के अन्य लोगों के लिए भी प्रेरणादायक साबित हो रहा है। अन्य लोग भी अब इस योजना के तहत अपना मकान पाने के लिए प्रेरित हो रहे हैं और यह योजना उनके जीवन में भी बदलाव लाने का काम कर रही है। ग्रामीण इलाके में पक्का मकान मिलना केवल एक भौतिक संपत्ति नहीं, बल्कि आत्मनिर्भरता और सुरक्षा की भावना का प्रतीक है। प्रधानमंत्री जनमन आवास योजना से लाखों परिवारों का जीवन बदल रहा है, और यह योजना ग्रामीण विकास और सशक्तिकरण के महत्वपूर्ण कदमों में से एक साबित हो रही है।

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