Manendragarh/ भरतपुर विकासखंड की ग्राम पंचायत खाराखोह की निवासी ऊषा बैगा के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना एक नई उम्मीद लेकर आई। ऊषा, जो पहले एक जर्जर कच्चे मकान में अपने परिवार के साथ रहती थीं, लंबे समय से एक स्थायी और सुरक्षित घर की उम्मीद कर रही थीं। हर बारिश के साथ उनका मकान ढहने की कगार पर होता था, और एक बार तो मकान का एक हिस्सा गिर भी गया, जिससे उनका जीवन असुरक्षित हो गया था।
ऊषा के पास इतने संसाधन नहीं थे कि वे खुद से एक पक्का मकान बना सकें। उन्होंने बताया कि यदि सरकार ने मदद न की होती, तो उन्हें यह सुंदर घर कभी नहीं मिल पाता। प्रधानमंत्री आवास योजना ने उन्हें न केवल एक पक्का मकान दिया, बल्कि उनके जीवन में स्थिरता और सुरक्षा का अहसास भी कराया। ऊषा ने कहा, “अब हमें बारिश या अन्य प्राकृतिक आपदाओं से डरने की जरूरत नहीं है। यह मकान हमारे जीवन में नई रोशनी लेकर आया है।”
प्रधानमंत्री आवास योजना का मुख्य उद्देश्य गरीब और वंचित परिवारों को पक्के मकान उपलब्ध कराना है। ऊषा बैगा भी उन्हीं लाखों लाभार्थियों में से एक हैं, जिन्हें इस योजना का लाभ मिला है। इस योजना ने ऊषा और उनके परिवार को एक सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन प्रदान किया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, और जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया, जिनकी मदद से उनका सपना साकार हो सका।
ग्रामीण भारत में प्रधानमंत्री आवास योजना बेहद सफल साबित हो रही है। इस योजना का उद्देश्य हर गरीब व्यक्ति को एक पक्का मकान देना है ताकि वे सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन जी सकें। ऊषा बैगा का यह उदाहरण इस योजना की सफलता को दर्शाता है। इस योजना ने आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों के जीवन स्तर को सुधारने का काम किया है।
ऊषा बैगा के जीवन में यह मकान एक नई शुरुआत की तरह है। अब वे अपने परिवार के साथ सुरक्षित और स्थायी जीवन जी रही हैं, और अन्य महत्वपूर्ण आवश्यकताओं पर ध्यान केंद्रित कर सकती हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना ने न केवल उनके जीवन को बदला है, बल्कि लाखों गरीब परिवारों को स्थायी आश्रय देकर उनके जीवन में नई दिशा दी है।