नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने 78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण को लेकर कड़ी आलोचना की है। संजय सिंह ने अफसोस जताते हुए कहा कि पीएम मोदी के भाषण में देश के लिए कोई विजन नहीं था। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने अपनी पूरी ऊर्जा सिर्फ विपक्ष को टारगेट करने में ही खर्च की।
संजय सिंह ने आगे कहा कि बड़े अफसोस के साथ ये कहना पड़ रहा है कि 15 अगस्त का भाषण किसी भी प्रधानमंत्री के लिए एक विजन होता है। देश के लिए वह क्या सोचता है, क्या करना चाहता है, इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को चर्चा करनी चाहिए थी। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री को इस बात पर चर्चा करनी चाहिए थी कि देश को प्रगति के रास्ते पर कैसे लेकर जाएंगे, देश के लोगों का विकास कैसे करेंगे, बेरोजगारी कैसे खत्म करेंगे, महंगाई को कैसे कम करेंगे, और किसानों को फसल का उचित दाम कैसे मिलेगा। लेकिन प्रधानमंत्री ने इन मुद्दों पर कोई चर्चा नहीं की। उन्होंने आगे तंज कसते हुए कहा कि गाली गलौज की भाषा का इस्तेमाल हुआ। प्रधानमंत्री अपनी पूरी ऊर्जा विपक्ष को टारगेट करने पर लगाते हैं। एकाध दिन तो बख्श देना चाहिए न। संसद में गालियां देते हैं, रैलियों में गालियां देते हैं। भारत के प्रधानमंत्री 24 घंटे इतनी ज्यादा नफरतों से भरे हुए हैं कि वह देश की तरक्की के बारे में सोच ही नहीं पाते।
संजय सिंह ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री का भाषण नफरत से भरे हुए व्यक्ति का भाषण था, जिसका एक ही मकसद था । विपक्ष को आरोपित करना और उन्हें गालियां देना। उन्होंने कहा कि “अफसोसजनक बात यह है कि आज का भाषण प्रधानमंत्री का भाषण नहीं था, जैसे मालूम पड़ता है कि किसी नफरतों से भरे हुए व्यक्ति का भाषण था।