नई दिल्ली: स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को 11वीं बार लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया। इस समारोह में केंद्रीय मंत्रियों, विपक्ष के नेता राहुल गांधी और अन्य गणमान्य व्यक्तियों सहित विभिन्न महत्वपूर्ण व्यक्तियों ने भाग लिया। साथ ही, पेरिस ओलंपिक 2024 में कांस्य पदक विजेता भारतीय हॉकी टीम को भी विशेष निमंत्रण दिया गया था।
हालांकि प्रधानमंत्री के संबोधन के बाद समारोह में कांग्रेस के नेता राहुल गांधी की सीटिंग अरेंजमेंट पर सियासी विवाद खड़ा हो गया। राहुल गांधी को समारोह में चौथी कतार में बिठाया गया था, जिस पर कांग्रेस नेताओं ने कड़ी आपत्ति जताई है। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा “रक्षा मंत्रालय इतना खराब व्यवहार क्यों कर रहा है? लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को चौथी कतार में बैठाया गया है। नेता प्रतिपक्ष का पद किसी भी केंद्रीय मंत्री से बड़ा होता है। लोकसभा में वह प्रधानमंत्री के बाद आते हैं। राजनाथ सिंह जी आप रक्षा मंत्रालय को राष्ट्रीय समारोह का राजनीतिकरण करने की इजाजत कैसे दे सकते हैं? आपसे इसकी उम्मीद नहीं थी।” राहुल गांधी को चौथी कतार में बैठाने के निर्णय ने कांग्रेस नेताओं के बीच रोष उत्पन्न कर दिया है, और इसे लेकर उन्होंने सवाल उठाए हैं। हालांकि इस विवाद के बीच रक्षा मंत्रालय ने अपनी सफाई देते हुए कहा है कि पहली कतार भारतीय हॉकी टीम के खिलाड़ियों के लिए आरक्षित की गई थी, जिन्होंने पेरिस ओलंपिक 2024 में कांस्य पदक जीता था। इसी कारण राहुल गांधी को पीछे की कतार में बैठाया गया। मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया कि इस निर्णय के पीछे कोई राजनीतिक मंशा नहीं थी।
इस पूरे मामले पर अब राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई है। कांग्रेस ने इसे विपक्ष के नेता का अपमान बताया है, जबकि सरकार की ओर से इसे केवल एक प्रशासनिक निर्णय के रूप में प्रस्तुत किया गया है। विवाद के बावजूद, समारोह का मुख्य आकर्षण प्रधानमंत्री का संबोधन और स्वतंत्रता दिवस का उल्लास रहा, जिसमें देश के विभिन्न हिस्सों से आए गणमान्य व्यक्तियों ने हिस्सा लिया।