जिनेवा: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कांगो और अफ्रीका के अन्य हिस्सों में मंकीपॉक्स के प्रकोप को वैश्विक स्वास्थ्य आपातस्थिति घोषित कर दिया है। यह घोषणा तब की गई है जब एक दर्जन से अधिक देशों में बच्चों और वयस्कों में मंकीपॉक्स के मामलों की पुष्टि हुई है और वायरस का एक नया स्वरूप महाद्वीप में तेजी से फैल रहा है। इस दौरान, टीके की खुराकें भी बहुत कम उपलब्ध हैं।
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस एडनोम घेब्रेयेसस ने चिंता जताते हुए कहा की पूर्वी डीआरसी में मंकी पॉक्स के नए क्लेड का तेजी से फैलना और पहचान होना, ऐसे पड़ोसी देशों में इसका मिलना जहां पहले कभी इसके मरीज न मिले हों और अफ्रीका और आगे इसके फैलने की आशंका बहुत चिंता बढ़ाने वाली है। इस सप्ताह की शुरुआत में ‘अफ्रीका सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन’ ने मंकीपॉक्स प्रकोप को एक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थिति घोषित किया, जिसमें अब तक 500 से अधिक मौतें हो चुकी हैं। एजेंसी ने अंतरराष्ट्रीय मदद का आह्वान किया है ताकि वायरस के प्रसार को रोका जा सके।रिपोर्ट्स के अनुसार, मंकीपॉक्स का फैलना कॉन्गो से बुरुंडी, केन्या, रवांडा और युगांडा समेत कई पड़ोसी देशों में फैल चुका है। इसके फैलने का कारण नया वेरिएंट क्लेड Ib बताया जा रहा है, जो करीब संपर्क से और अधिक आसानी से फैलता है।
डॉ. टेड्रोस ने कहा “यह ऐसी स्थिति है जिससे हम सभी को चिंतित होना चाहिए। अफ्रीका और उसके बाहर इसके फैलने की संभावना बहुत चिंताजनक है।” WHO ने इस स्थिति से निपटने के लिए 1.5 मिलियन डॉलर का फंड जारी किया है और आने वाले समय में और फंड जारी करने की योजना है। रिपोर्ट के अनुसार, WHO के रिस्पॉन्स प्लान के लिए शुरुआती 15 मिलियन डॉलर की जरूरत होगी और इसके लिए दानदाताओं से फंडिंग की अपील की जा रही है।