नई दिल्ली: भारत 15 अगस्त 2024 को अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस मौके पर नशा मुक्त भारत अभियान (एनएमबीए) अपने पांचवें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। इस अवसर को खास बनाते हुए, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग देशभर में नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ सामूहिक शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन कर रहा है। केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार 12 अगस्त, 2024 को नई दिल्ली के मॉडर्न स्कूल, बाराखंभा रोड में छात्रों को नशा मुक्त भारत अभियान पर शपथ दिलाएंगे। इस वर्ष के आयोजन का मुख्य विषय है, ‘विकसित भारत का मंत्र, भारत हो नशे से स्वतंत्र’। देशभर के राज्य/केंद्रशासित प्रदेश सरकारों बोलो, केंद्रीय मंत्रालयों, स्कूलों, कॉलेजों, आईआईटी, आईआईएम, एनसीसी और अन्य सार्वजनिक संस्थानों के छात्र और संकाय इस शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे। वे नशीली दवाओं के सेवन के खिलाफ अपनी प्रतिबद्धता जताते हुए इस अभियान को और बल देंगे।
मादक द्रव्यों का सेवन एक गंभीर समस्या है जो समाज पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रही है। यह न केवल व्यक्ति के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाती है, बल्कि उसके परिवार और पूरे समाज पर भी गहरा असर डालती है। इसी को ध्यान में रखते हुए, केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय ने 15 अगस्त, 2020 को नशा मुक्त भारत अभियान की शुरुआत की थी। अब, अगस्त 2023 से इस अभियान को पूरे देश के सभी जिलों में लागू किया गया है। इस अभियान का उद्देश्य मादक द्रव्यों के सेवन के बारे में जागरूकता फैलाना और इस गंभीर समस्या से निपटने के लिए विभिन्न स्तरों पर प्रयास करना है। उच्च शिक्षण संस्थानों, स्कूलों, और विश्वविद्यालय परिसरों पर विशेष ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। इसके साथ ही, अस्पतालों, पुनर्वास केंद्रों में परामर्श और उपचार की सुविधाओं को भी मजबूती दी जा रही है।
नशा मुक्त भारत अभियान के माध्यम से, सरकार का लक्ष्य नशे के आदी लोगों तक पहुंचना और उन्हें इस समस्या से बाहर निकालने में मदद करना है, ताकि एक स्वस्थ और विकसित भारत का निर्माण किया जा सके।