केरल: 9 अगस्त 2024 को केरल राज्य के वायनाड और उसके आसपास के इलाकों में महसूस की गई गड़गड़ाहट और झटकों को लेकर राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) ने पुष्टि की है कि इस क्षेत्र में कोई प्राकृतिक भूकंप दर्ज नहीं किया गया है। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय (एमओईएस) के अंतर्गत आने वाले एनसीएस के अनुसार, केरल के किसी भी सिस्मोग्राफिक स्टेशन ने भूकंप की कोई गतिविधि नहीं पाई है। हालांकि मीडिया सूत्रों ने वायनाड और आसपास के क्षेत्रों में गड़गड़ाहट की आवाज के साथ झटके महसूस किए जाने की खबर दी है। एनसीएस के अनुसार, यह घटना भूस्खलन के दौरान अस्थिर चट्टानों के एक स्तर से दूसरे निचले स्तर पर स्थानांतरित होने के कारण हुई हो सकती है। इस प्रक्रिया में उत्पन्न घर्षण ऊर्जा से भूमिगत ध्वनिक कंपन उत्पन्न हुआ, जिससे गड़गड़ाहट की आवाजें सुनाई दीं।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस प्रकार की ऊर्जा उप-सतही दरारों और रेखाओं से जुड़ी दरारों के माध्यम से सैकड़ों किलोमीटर तक प्रसारित हो सकती है। इसी वजह से भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में इस प्रकार की ध्वनिक घटनाएं स्वाभाविक रूप से होती हैं। एनसीएस ने कहा है कि इस ध्वनिक भूमिगत कंपन के कारण घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि उनके द्वारा कल कोई भूकंप दर्ज नहीं किया गया। यह घटना भूस्खलन से संबंधित है और इसे प्राकृतिक घटनाओं के रूप में देखा जाना चाहिए।