नई दिल्ली: दुनिया की दिग्गज सॉफ्टवेयर निर्माता कंपनी माइक्रोसॉफ्ट का सर्वर डाउन होने से शुक्रवार को दुनियाभर में अफरा-तफरी मच गई। दुनिया के कई देशों में विमान, रेल और बैंकिंग सेवाएं करीब 7 घंटे बाधित रहीं। कई एयरलाइंस कंपनियों के विमान उड़ान नहीं भर सके, और रेल-विमान के टिकटों की बुकिंग भी नहीं हो पाई। दुनियाभर में 350 से ज्यादा उड़ानें रद्द करनी पड़ीं और 1400 फ्लाइटें देरी से उड़ीं। भारत में भी बड़े पैमाने पर इसका प्रभाव देखा गया ।
भारत में आउटेज के दौरान कई एयरपोर्ट पर विमान उड़ान नहीं भर सके। इस दौरान एक हजार फ्लाइटें प्रभावित हुईं और 200 से ज्यादा रद्द करनी पड़ी। हवाई अड्डों पर डिस्प्ले बोर्ड बंद हो गए जिससे हजारों यात्रियों को परेशानी से जूझना पड़ा। राष्ट्रीयकृत बैंकों का कामकाज भी प्रभावित हुआ। इस वजह से लेनदेन का काम बाधित हुआ। दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट पर हाथ से लिखे बोर्डिंग पास जारी किए गए और उड़ानों की सूचना को बोर्ड पर हाथ से लिखा गया। जगदलपुर संभागीय मुख्यालय में भी सर्वर गड़बड़ी का असर देखा गया। इंडिगो की फ्लाइट की टिकट ऑनलाइन बुक नहीं हो पाई और यात्रियों को ऑफलाइन टिकट देकर व्यवस्था बनाने की कोशिश की गई। रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाली 6 फ्लाइटों को निरस्त करने और 8 फ्लाइटों के 1 से 4 घंटे विलंब से पहुंचने से यात्रियों ने जमकर हंगामा किया। यात्रा कैंसिल करने के बाद भी किराए की राशि वापस नहीं लौटाने पर यात्रियों ने एयरपोर्ट में हंगामा किया। विमानन कंपनी और एयरपोर्ट प्रबंधन ने यात्रियों को समझाइश देकर दूसरी फ्लाइट से भेजने और किराया वापिस लौटाने का आश्वासन दिया। मध्यप्रदेश में इंदौर से जाने वाली 12 उड़ानें निरस्त हुईं और 14 विलंब से चलीं। भोपाल, ग्वालियर व जबलपुर के एयरपोर्ट से भी फ्लाइटें देरी से उड़ीं। कर्नाटक और तमिलनाडु में कई उड़ानें देरी से उड़ीं और मैन्युअल चेक-इन की व्यवस्था की गई। पश्चिम बंगाल में 25 उड़ानें रद्द हुईं और यात्रियों को मैन्युअल पास जारी किए गए। शाम को माइक्रोसॉफ्ट ने समस्या को सुलझा लेने का दावा किया और कहा कि टीम सेवाओं को और दुरुस्त करने में जुटी है।
साइबर सुरक्षा कंपनी क्राउडस्ट्राइक ने साफ किया कि यह साइबर हमला नहीं है। माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला ने करीब 15 घंटे बाद पहली प्रतिक्रिया में कहा कि क्राउडस्ट्राइक के एक अपडेट ने वैश्विक स्तर पर आईटी सिस्टम को प्रभावित किया। हम ग्राहकों को उनके सिस्टम को सुरक्षित रूप से ऑनलाइन वापस लाने के लिए तकनीकी मार्गदर्शन और सहायता प्रदान करने के लिए क्राउडस्ट्राइक और पूरे उद्योग के साथ मिलकर काम कर रहे हैं । भारत में एनआईसी नेटवर्क प्रभावित नहीं हुआ है। आउटेज के दौरान आईटी मंत्रालय माइक्रोसॉफ्ट के संपर्क में रहा और समस्याओं के निपटारे का प्रयास जारी रहा। केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि सीईआरटी ने तकनीकी एडवाइजरी जारी की है और एनआईसी नेटवर्क सुरक्षित है।