दुर्ग भिलाई: एक ट्रेन के विस्तार को लेकर दुर्ग स्टेशन तक कराने के लिए चार सांसदों को रेलमंत्री अश्वनी वैष्णव को पत्र लिखना पड़ रहा है, क्योंकि हर दिन सैकड़ों यात्री परेशान हो रहे हैं। यह समस्या इसलिए उत्पन्न हुई है कि रायपुर के आसपास के कई जिलों के लोगों को इस ट्रेन को पकड़ने के लिए बिलासपुर तक यात्रा करनी पड़ती है। इसी तरह बिलासपुर में उतरने के बाद उन्हें दूसरी ट्रेनों में धक्के खाने पड़ते हैं।
यह मामला ट्रेन नंबर 18247-48 रीवा से बिलासपुर के बीच चलने वाली दैनिक ट्रेन का है, जिसके विस्तार की मांग लंबे समय से की जा रही है। पिछले कई वर्षों से दुर्ग और राजनांदगांव के सांसदों ने कई बार रेल मंत्री से मांग की, लेकिन आज तक रीवा-बिलासपुर ट्रेन का विस्तार न तो दुर्ग तक हुआ और न ही रायपुर स्टेशन तक। ट्रेनों की लेटलतीफी के चलते रेलवे का कनेक्टिविटी ट्रेन का सिस्टम पूरी तरह से फेल हो गया है। स्थिति यह है कि बिलासपुर-रीवा ट्रेन को पकड़ने के लिए दोपहर 1 बजे से सफर करने के लिए सैकड़ों यात्रियों को मजबूर होना पड़ता है। कई बार बिलासपुर पहुंचते-पहुंचते ट्रेन छूट जाती है। रीवा-बिलासपुर ट्रेन को रायपुर, दुर्ग स्टेशन तक चलाने के लिए विंध्यांचल कल्याण समाज के प्रदेश अध्यक्ष कल्याण प्रसाद पांडेय ने ठोस पहल की है। उनका कहना है कि जुलाई के इन 20 दिनों में इस ट्रेन के यात्रियों की समस्याओं से अवगत कराने के लिए कई सांसदों का दरवाजा खटखटाया गया है। इस दौरान मध्यप्रदेश के रीवा संसदीय क्षेत्र के सांसद जनार्दन मिश्रा, दुर्ग सांसद विजय बघेल, महासमुंद सांसद रूपकुमारी चौधरी सहित बिलासपुर के सांसद एवं केंद्रीय राज्यमंत्री तोखन साहू ने पूरा जोर लगाया है।