नई दिल्ली: केन्द्रीय संचार और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री श्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने कल इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC) 2024 की थीम ‘भविष्य अभी है’ का अनावरण किया। इस थीम के तहत भारत की तकनीकी प्रगति को प्रदर्शित करते हुए, आईएमसी 2024 ने वैश्विक तकनीकी प्रमुखों, नवप्रवर्तकों और अग्रदूतों को एक मंच पर लाने का संकल्प लिया है। इस आयोजन का उद्देश्य आज की दुनिया को बदलने वाली तकनीकों को समर्थन और आकार देना है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि भविष्य की संभावनाएं वर्तमान में भी अवसर प्रदान कर रही हैं। इस अवसर पर, श्री सिंधिया ने भारतीय मोबाइल कांग्रेस 2024 के एप्लीकेशन और वेबसाइट का भी शुभारंभ किया, जिससे प्रतिनिधियों, आगंतुकों, शिक्षाविदों, सरकार और मीडिया के लिए पंजीकरण खुल गया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि तकनीक तब सबसे अच्छी होती है जब यह लोगों को एक साथ लाती है, और भारत इसका सर्वोत्तम उदाहरण है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिबद्धता के अनुरूप देश भर में संचार समरूपता लाने में तकनीक की भूमिका पर बल दिया।
संचार मंत्री ने आईएमसी को वैश्विक मिलन स्थल की संज्ञा देते हुए आशा व्यक्त की कि भारत आने वाले समय में इस तरह के आयोजनों का केंद्र बनेगा। उन्होंने पिछले 10 वर्षों में दूरसंचार क्षेत्र में हुए क्रांतिकारी परिवर्तनों का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत अब प्रौद्योगिकी का उपभोक्ता से आपूर्तिकर्ता बन गया है। श्री सिंधिया ने दूरसंचार अधिनियम 2023 पीएलआई योजना, और 5जी रोलआउट जैसी पहलों की सराहना करते हुए कहा कि दूरसंचार अधिनियम 2023 के नियमों को अगले 180 दिनों के भीतर अधिसूचित किया जाएगा। उन्होंने स्टार्ट-अप्स और एमएसएमई के लिए परीक्षण योजना का शुभारंभ किया और साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में क्षमता निर्माण के लिए एनटीआईपीआरआईटी और आईआईटी जम्मू के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
इस मौके पर, दूरसंचार विभाग (डीओटी) के सचिव (टी) और डीसीसी के अध्यक्ष डॉ. नीरज मित्तल ने भी भारत की दूरसंचार क्षमता और 5जी क्रांति की सफलता पर प्रकाश डाला। सीओएआई के अध्यक्ष श्री अभिजीत किशोर ने उपस्थित लोगों का आभार व्यक्त किया।