छत्तीसगढ़, गरियाबंद: गोंड आदिवासी समुदाय के सांस्कृतिक विरासत को बचाने और प्रोत्साहित करने के लिए गरियाबंद जिला के ग्राम रूवाड में बुढ़ादेव चौक का उद्घाटन किया गया। इस अद्वितीय कार्यक्रम में गरियाबंद के नेताम परिवार ने अपने पूर्वजों के विरासत का सम्मान किया। बुढ़ादेव चौक पर स्थापित सल्ला गांगरा की मूर्ति ने समाज को एक साथ लाने का कार्य करेगा। यहां गोंडी रीति, रिवाज के तहत विभिन्न प्रकार की पूजा-अर्चना की जाएगी।
गोंड समाज से जुड़े अन्य गांवों में भी इस चौक को बनाने का प्रयास किया जा रहा है। गोंडी रीति, रिवाज के माध्यम से छत्तीसगढ़ के आदिवासी समुदाय को अपनी परंपराओं का गर्व महसूस हो रहा है। इस अद्वितीय उपक्रम में छत्तीसगढ़ गोंडवाना संघ के पदाधिकारी भी उपस्थित रहे। इस उत्कृष्ट पहल के माध्यम से सामाजिक एकता और संस्कृति को संजीवित करने का संकल्प जाहिर किया गया है।
ग्राम रूवाड़ के रहने वाले बताते हैं कि इस चौक का उद्घाटन गोंडी समुदाय के लिए एक गर्व और एकता का प्रतीक है..
इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम के जरिए समुदाय को जोड़ने एवं गोंडवाना की संस्कृति को संरक्षित करने का प्रयास किया गया है। इसके साथ ही आगे भी इसी तरह के कदम उठाए जाएंगे ताकि गोंड समुदाय की भावनाओं और संस्कृति का सम्मान किया जा सके।