नई दिल्ली/ हमारे पृथ्वी पर जितने भी सागर हैं, उसमे कई कि.मी. नीचे होने वाली हरेक हलचल को अब मिनटों में पता लगाया जाएगा । भारतीय राष्ट्रीय महासागर सूचना सेवा केंद्र (इनक्वॉइस) ने देश की पहली सिनर्जिस्टिक ओशन ऑब्जर्वेशन प्रिडिक्शन सर्विस (सिनोप्स) लैब बनाई है। यह लैब महासागरों में संभावित भूकंप व सुनामी के संकेत को एक घंटे पहले ही बता देगा। तूफान, चक्रवात आने की सूचना तीन-चार दिन पहले मिल जाएगी। बड़ी बात यह है कि सिनोप्स हिन्द और प्रशांत महासागर क्षेत्र के साथ ही दुनियाभर में इन सूचनाओं के लिए मौजूद प्रणालियों में सबसे उन्नत है। यह सिस्टम मछुआरों को यह भी बताएगा कि किस दिशा में सबसे ज्यादा मछलियां हो सकती हैं। इस लैब
से मालदीव, श्रीलंका जैसे देशों को भी मदद मिलेगी। इनक्वॉइस के डायरेक्टर डॉ. श्रीनिवास कुमार तुम्मला कहते हैं कि सिनोप्स से जो जानकारी मिलेगी, वो सीधा आपदा प्रबंधन टीम को देंगे, ताकि सही समय पर बचाव शुरू किया जा सके। अभी सुनामी, तूफान, भूकंप आदि गतिविधियों पर नजर रखने के लिए हम अंतराष्ट्रीय संस्थाओं से मदद लेते आए हैं। पर अब यह लैब पूरी तरह से एडवांस्ड सेंसर्स पर निर्भर है। समुद्र के भीतर किसी भी खास हलचल को सेकंड से कम समय में भांप लेंगे और सटीक अनुमान लैब तक भेजेंगे। जिसकी बीडिंग के बाद तुरन्त चेतावनी जारी किया जाएगा ।
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