बैतुल/मध्यप्रदेश में आदिवासियों पर इन दिनों अत्याचार, बेदखल, मारपीट और जुल्म जैसे अपराध बढ़ते जा रहा है। मध्यप्रदेश के लगभग सभी जिलों में आदिवासियों को ऐसे मारा पिटा जा रहा है, जैसे वहाॅ शासन की नहीं गुन्डो का राज चल रहा है मध्यप्रदेश में आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार आखिर कबतक चलता रहेगा ।
मध्यप्रदेश में कब तक सफेदपोश के भेष मे नेता, भूमाफिया गुण्डागर्दी करते हुये दहशतगर्दी भय का माहौल बनाते रहेगें और वहाॅ के भोले भाले आदिवासियों पर अत्याचार करते रहेंगे यह प्रश्न लोगों के मन में सवाल होता रहेगा।
बैतुल क्षेत्र में एक बार फिर आदिवासी समुदाय के युवक को नंगा करके उल्टा लटकाकर मारने की घटना सामने आया हैं। युवक को खुलेआम मारते हुये उसका वीडियों बनाकर सोशल मिडिया पर अपलोड किया गया है। यह मध्यप्रदेश शासन की हकीकत का दर्शाता है । यही नहीं पिछले कुछ दिनों पहले सीधी में आदिवासी युवक पर पेशाब करने की घटना हुआ था ऐसे ही नेमावर में एक ही परिवार के 5 आदिवासियों को गड्डा खोदकर गड़ाने की घटना सहित अनेकों अत्याचार की घटनायें मध्यप्रदेश में थमने का नाम नहीं ले रही है।
अभी सिवनी जिले के बरघाट विधानसभा क्षेत्र आदिवासियों के लिए आरक्षित सिट है जहां का प्रतिनिधित्व अभी भारतीय जनता पार्टी के आदिवासी विधायक कमल मर्सकोले कर रहे है।
इस क्षेंत्र में आदिवासी समुदाय से विधायक होने के बावजुद आदिवासियों पर अत्याचार हो रहा है, बरघाट मुख्यालय में भाजपा से जुड़े हुये नेता आज का जल्लाद विजय सूर्यवंशी के परिवार वालों ने आदिवासी संतोष काकोड़िया को दिसंबर माह में जानवरों की तरह पिटाई किया गया मारने के साथ-साथ संतोष को पेंचिस से उसके शरीर के मांस के साथ नाखून व गुप्तांग की चमड़ी को खींच-खींचकर अधमरा कर दिया गया था।