अंबिकापुर/ सरगुजा जिले के मैनपाट, सीतापुर, उदयपुर और लखनपुर के कुछ बड़े इलाको में तेज वर्षा के साथ – साथ ओलावृष्टि भी जमकर हुई ।मैनपाट व सीतापुर में सड़क, खेत और मैदान सब में बर्फ के समान ओला बिछ गया। इस ओला दृष्टि से गेहूं, सरसों एवं सब्जियों की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। इससे पहले मैनपाट के केसरा क्षेत्र में भारी ओलावृष्टि से फसलों को काफी नुकसान हुआ था, उत्तरी छत्तीसगढ़ में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के कारण लगातार तीन दिनों से मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है। सरगुजा के सभी क्षेत्रों में वर्षा दर्ज की गई है। दो दिनों के खराब मौसम के बाद बुधवार को हल्के बादलों के बीच धूप निकली थी। दोपहर तक मौसम ठीकठाक लग रहा था, लेकिन शाम होते ही अचानक आसमान में काले बादल छा गए । और गरज चमक के साथ अंबिकापुर सहित आसपास के इलाके में वर्षा शुरू हो गई। इस दौरान लखनपुर क्षेत्र के लहपटरा, पतराटोली, उदयपुर, मैनपाट एवं सीतापुर में जमकर ओलावृष्टि हुई। उस क्षेत्र के ग्रामीणों के अनुसार पता चला कि पहले दस से पंद्रह मिनट तक ओलावृष्टि हुई और इसके बाद आधे घंटे तक जमकर बारिश भी हुई।
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उधर मौसम विज्ञानीक भट्ट ने बताया है की पिछले कुछ दिनों से सरगुजा संभाग एवं मध्य प्रदेश के कुछ इलाके में तेज वर्षा एवं ओलावृष्टि हुई है। यह आने वाले समय में मौसम साफ होने के बाद ठंडी हवा का प्रवाह तापमान में अधिक गिरावट का कारण बनेगा। इस बार यह न्यूनतम तापमान फिर से 10 डिग्री से नीचे जानें की संभावना है।
आपको बता दे की पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से सरगुजा, बलरामपुर और सूरजपुर जिले में पिछले कुछ दिनों से वर्षा हो रही है। इस बेमौसम वर्षा से ईंट व्यवसाय करने वाले लोगों को काफी नुकसान सा सामना करना पड़ रहा है। इन दिनों ईंट बनाने का काम तेजी से चल रहा है। कच्चे ईंट को इस बेमौसम वर्षा से काफी क्षति हुई है। बारिश से ईंट गल गए हैं और अब था ईंट किसी काम का नहीं रह गया हैं। ऐसे में ईंट व्यवसाय लोगों के ऊपर आर्थिक संकट का भी माजरा गहराने लगा हैं।