रायपुर / छत्तीसगढ विधानसभा चुनाव से पहले नवा रायपुर में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन में राज्य सरकार ने विदेशी अतिथियों के सामने छत्तीसगढ़ीयां माडल पेश किया। इसमें गांवों में आए आर्थिक बदलाव और पर्यावरण संरक्षण के लिए किए गए नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी जैसे अभियानों का ब्यौरा सामने रखा गया है । जी-20 के सफल आयोजन को कांग्रेस और भाजपा अपनी – अपनी उपलब्धि के रूप में प्रचार प्रसार कर रही है। बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रायगढ़ की आम सभा में जी-20 सम्मेलन का जिक्र किया था । ऐसे में अब कांग्रेस ने भी जी-20 के बहाने छत्तीसगढ़ माडल पेश करके इसे चुनाव प्रचार का हिस्सा बनाने की फिराक में लगी है।
राज्य सरकार ने नवा रायपुर में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन स्थल को सजाने के लिए विशेष तैयारी की है। यहां लगे फ्लैक्स और होर्डिंग में छत्तीसगढ़ महतारी की तस्वीर लगाई है। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आने के बाद हर जिला मुख्यालय में छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा लगाई जा रही है। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ी कलाकृतियों का स्टाल भी लगाया गया है। यहां तक कि बस्तर के मुर्गा लड़ाई को भी प्रदर्शनी में शामिल किया गया है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि जी-20 सम्मेलन के बहाने प्रदेश की कला, संस्कृति और परंपरा को देश-विदेश में पहुंचाने का मौका मिल रहा है। यह आम छत्तीसगढ़िया के स्वाभिमान को बढ़ाने वाली बात भी है।
कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि जी-20 की बैठक ने प्रदेश का मान सम्मान बढ़ाने वाला है। जिस छत्तीसगढ़ को देश-विदेश में नक्सली हमले के रूप में पहचाना जाता था, वहां हमारी सरकार ने पिछले पांच साल में इतना बदलाव लाया कि विश्व के कई देश का प्रतिनिधिमंडल आज वहां की आर्थिक मुद्दों पर मंथन कर रहा है। यह बदलाव भूपेश सरकार की नक्सल मोर्चे पर विकास, विश्वास और सुरक्षा नीति के कारण आया है।
नवा रायपुर में गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ थीम पर प्रदर्शनी लगाई गई है। यहां बस्तर दशहरा से लेकर कौशल्या धाम, पहाड़ी मैना, भोरमदेव, सिरपुर, चित्रकोट जलप्रपात जैसे अनेकों वन संपदा का वैभव झलक रहा है।