- 18 साल के प्रज्ञानानंदा के पास इतिहास बनाने का मौका
बाकू :- भारतीय ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंदा और नॉर्वे के मैग्नस कार्लसन चेस के बीच वर्ल्ड कप 2023 के फाइनल में आमने-सामने हैं। दोनों के बीच मंगलवार को खिताबी मुकाबले का पहला गेम 35 चालों के बाद ड्रॉ पर खत्म हुआ। प्रज्ञानानंदा और कार्लसन आज फिर दूसरे गेम में भिड़ेंगे। यह खिताबी मैच अजरबैजान के बाकू में खेला जा रहा है। कार्लसन वर्ल्ड नंबर वन प्लेयर हैं। 18 वर्षीय प्रज्ञानानंदा के पास बड़ा इतिहास रचने का मौका है। वह 21 साल के बाद भारत को फिडे वर्ल्ड कप जिता सकते हैं। भारत ने आखिरी बार 2002 में शतरंज विश्व कप अपने नाम किया था। तब विश्वनाथन आनंद ने यह कारनामा अंजाम दिया था । विश्वनाथन आनंद के बाद प्रज्ञानंदा भारतीय खिलाड़ी हैं जिन्होंने शतरंज विश्वकप के फाइनल में जगह बनाई है ।