बैकुण्ठपुर :- पंडित ज्वाला प्रसाद उपाध्याय महाविद्यालय पटना के सात दिवसीय शिविर ग्राम बासनपारा, सरभोका प्राथमिक-पूर्व माध्यमिक शाला में समापन हुआ।
कार्यक्रम में डॉ बरखा सिंह ने शिविर का प्रतिवेदन प्रस्तुत कर बताया कि परियोजना कार्य के तहत श्रमदान के माध्यम से सफाई कर पाउच, पॉलीथीन एवं बोतल से मुक्त बनाने का प्रयास किया गया। ग्राम बासनपारा एवं सरभोका के मोहल्लों में सफाई एवं जनचेतना रैली निकाल प्रत्येक घरों में शौचालय उपयोग, पशुओं की स्थिति, पौधों की जानकारी एवं अन्य शासन से मिलने वाली योजनाओं की वस्तु स्थिति का सर्वेक्षण किया गया। लोटा को प्रथा बंद कर शौचालय का उपयोग करने ग्रामीणों को प्रेरित किया गया।
स्वयं सेवकों को गोठान का भ्रमण कराकर खाद बनाने की विधि जाना। सामाजिक मुद्दों एवं समस्याओं पर नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जन चेतना जागृत की गई। शिविरार्थियों ने प्रेरणा गीत सुआ, कर्मा, शैला एवं कन्या भ्रूण हत्या पर नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति दी। प्रो एमसी हिमधर ने कहा कि इस शिविर से आपने जो भी सीखा है। उसे जीवन में आत्मसात करें और समाज के लिए एक बेहतर इंसान बनें। मुख्यअतिथि वेदान्ती तिवारी ने कहा कि आगे भी शिविर का आयोजन करते रहना चाहिए। शिविरार्थियों ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से गौठान के लाभ एवं उससे जुड़ने प्रेरित किया। इस दौरान कमल कान्त साहू, युवत सिंह सरपंच, बृजेश कांत बर्मन, डॉ आईएल देवांगन प्राचार्य, राम कृपाल राजवाड़े, करमचन्द राजवाड़े, चन्द्रदेव सिंह, पूनम टोप्पो, दुर्गावती राजवाड़े, रोहित कुमार साहू, सिया राम, अमित रंजन तिग्गा, कृष्ण बिहारी कुजूर, मिथलेश सिंह सहित अन्य मौजूद थे।